Mayor Election 2022: मेयर पद के लिए प्रत्याशी चयन में कांग्रेस ने बाजी मार ली है. कांग्रेस ने सॉफ्ट हिन्दुत्व का चेहरा माने जाने वाले नगर कांग्रेस अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह अन्नू पर दांव लगाया है. वहीं बीजेपी में भोपाल के दिग्गजों की चल रही खींचतान पर दिल्ली का वीटो लगने की खबर है. सूत्रों का दावा है कि मेयर प्रत्याशियों के लिए संगठन से मिले नामों पर प्रदेश चयन समिति बीजेआई कोर ग्रुप की बैठक के बाद पार्टी दो दिन में निर्णय ले लेगी.
दिल्ली के वीटो ने BJP मेयर के दंगल को बनाया दिलचस्प
कहा जा रहा है कि दिल्ली के वीटो ने भाजपाई मेयर के दंगल को दिलचस्प बना दिया है. तय है कि अब दिल्ली-भोपाल के इशारे पर होगा. जबलपुर का प्रभाव ‘गुटबाजी’ के चलते कम हुआ है. इस वजह से संस्कारधानी के मेयर का फैसला सूबे की राजधानी भोपाल या देश की राजधानी से होगा. इस लिहाज से अगले दो दिन दावेदारों के लिए महत्वपूर्ण हो गए हैं. फिलहाल टॉप-3 की जद्दोजहद है. अभी की स्थिति में मामला टॉप-5 पर स्थिर है.
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लिस्ट में आशीष दुबे, कमलेश अग्रवाल, श्रीराम शुक्ला, अभिलाष पांडे और डॉ जितेंद्र जामदार के नाम शामिल बताए जाते हैं. टॉप-5 को शार्ट लिस्ट करके टॉप-3 में करने के लिए भोपाल में जद्दोजहद जारी है. सूत्र बताते हैं कि टॉप-3 के बाद दिल्ली का वीटो प्रभाव जमाएगा. इसके अलावा बीजेपी की चौंकाने वाली नीति चली तो नया नाम भी फायनल हो सकता है. नए नाम में कोई ब्यूरोक्रेट्स भी हो सकता है.
पार्षद टिकट के फैसले में 15 जून तक अटक सकते हैं नाम
पार्षद टिकट के लिए बीजेपी ने स्थानीय स्तर पर संगठन के सुझाए नामों पर विचार कर अभी लिस्ट भोपाल कार्यालय नहीं भेजी है. सूत्रों ने बताया कि दावेदारों के नाम पर हाल ही में घोषित संभाग स्तरीय चयन समिति विचार करेगी. इसके बाद प्रदेश चयन समिति में अंतिम मुहर लगेगी. इस प्रक्रिया में चार से पांच दिन लग सकते हैं.
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 18 जून है. इसलिए प्रत्याशियों को चुनाव की तैयारी में कम वक्त मिलने वाला है. इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी है. बताया जाता है कि अपना वार्ड छोड़कर दूसरे वार्ड में दावेदारी करने वालों के आवेदन मान्य नहीं किए जा रहे हैं. इससे मंडल के सभी वार्डो में सक्रियता से काम करने वाले दावेदार मायूस हैं.
टिकट वितरण के मामले में कांग्रेस ने पत्ते खोल दिए हैं. उसके पत्ते खाली मैदान में उड़ने को बेताब हैं. बीजेपी का टिकट आने तक मैदान खाली है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने किसी की न सुनते हुए कल घोषित 15 में से 13 टिकटों पर रुतबा दिखाया है. जबलपुर से चिर-परिचित नाम जगत बहादुर सिंह अन्नू को टिकट मिला है.
पहली बार हुआ है कि जिसका नाम चर्चाओं में था, टिकट उसी के हिस्से में आया. कहा जा रहा है कि अच्छा चेहरा देने के बाद भी कांग्रेस को ‘गुटबाजी’ से तो अंदरूनी लड़ाई लड़नी ही पड़ेगी. बातें कितनी भी की जाएं पर पार्टी के अंदरखानों में मेयर चुनाव लड़ने पर एकजुटता का फार्मूला लागू करने के प्रयास चल रहे हैं. हालांकि कांग्रेस से अन्नू सभी विधायकों की पसंद बनकर टिकट हासिल कर पाए हैं. अन्नू ने चुनाव अभियान शुरू भी कर दिया है.