पिता-भाई की हत्या आरोपी नाबालिग और प्रेमी लगातार दे रहे पुलिस को चकमा, हुलिया बदल मथुरा में घूमते दिखे
Jabalpur News: जबलपुर में रेलवे अधिकारी पिता और 8 साल के भाई की हत्या की आरोपी नाबालिग और उसका प्रेमी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. लास्ट बार उन्हें मथुरा में घूमते हुए देखा गया था.
Jabalpur Murder Accused: मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में पिता और मासूम भाई के कत्ल की आरोपी नाबालिग किशोरी अपने प्रेमी के साथ 49 दिन से लगातार पुलिस को चकमा दे रही है. वे लोकेशन बदलकर पूरा देश घूम रहे है. लेकिन पुलिस के हाथ नहीं आ रहे है. पुलिस को दोनों आरोपियों की अंतिम लोकेशन 10 अप्रैल को मथुरा में मिली थी. उनके मथुरा में घूमने का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिला हैं. पुलिस सूत्रों का कहना है कि दोनों आरोपियों ने अपना हुलिया बदल लिया है.
पुलिस को फिर चकमा देकर फरार हुए आरोपी
बता दे कि जबलपुर के सिविल लाइन स्थित मिलेनियम कॉलोनी में रेलवे अधिकारी राजकुमार विश्वकर्मा और उनके 8 वर्षीय पुत्र तनिष्क की हत्या के मामले में फरार आरोपी मुकुल सिंह अपनी नाबालिग प्रेमिका (मृतक की बेटी) के साथ पुलिस को लगातार चकमा देकर एक शहर से दूसरे शहर में भाग रहा है.
फरारी के दौरान अंतिम बार वे दोनों 10 अप्रैल 2024 को मथुरा में घूमते नजर आए थे. जबलपुर पुलिस जब मथुरा पहुंची तब तक तो दोनों गायब हो चुके थे.
नाबालिग बेटी ने प्रेमी के साथ मिलकर की हत्या
बता दें कि 14-15 मार्च की दरम्यानी रात में मिलेनियम कॉलोनी के ब्लॉक नंबर 363-3 में रहने वाले रेलवे अधिकारी राजकुमार विश्वकर्मा और उनके 8 साल के मासूम बेटे तनिष्क की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. पुलिस जांच में सामने आया कि उनकी हत्या खुद राजकुमार विश्वकर्मा की नाबालिग बेटी और कॉलोनी में रहने वाले एक अन्य रेलवे अधिकारी राजपाल सिंह के बेटे मुकुल सिंह ने की है. सीसीटीवी में साफ तौर पर दिखाई देता है कि दोनों वारदात को अंजाम देकर मोपेड पर सवार होकर फरार हो जाते है.
मथुरा में होने की मिली थी जानकारी
सूत्रों के अनुसार आरोपी मुकुल और उसकी नाबालिग प्रेमिका के मथुरा में होने की जानकारी मिली थी. सीसीटीवी कैमरो में दोनों घूमते हुए कैद हुए थे. मुकुल ने अपना हुलिया बदल लिया था. जबकि नाबालिग प्रमिका गोल टोपी पहने हुए नजर आई. 10 अप्रैल को दोनों मथुरा पहुंचे जहां 2-3 दिन रुकने के बाद वो यहां से भी फरार हो गए. इससे पहले पुलिस को दोनों के मुंबई, गोवा, पुणे और हुबली में होने की जानकारी मिली थी.
फरारी काटने में कौन कर रहा मदद?
फरारी के दौरान आरोपी द्वारा एटीएम का उपयोग करने की जानकारी लगने पर पुलिस द्वारा मुकुल के दो व मृतक राजकुमार का एक खाता फ्रीज करा दिया गया था. खाते फ्रीज होने के बाद भी आरोपी के पास फरारी काटने के लिए पैसे कहां से आ रहे हैं. यह बात हैरान करने वाली है. पुलिस को संदेह है कि फरारी काटने में कोई और उनकी मदद कर रहा है. पुलिस उसका पता लगाने में जुटी है.
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