Jabalpur News: जबलपुर में मकर संक्रांति के दिन नर्मदा तटों पर लगने वाले मेलों पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है. कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है. आदेश का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. गौरतलब है कि सूर्य के उत्तरायण होने के पर्व मकर संक्रांति पर नर्मदा किनारे सदियों से मेले लगते आये हैं. लोक परम्परा के ऐसे पर्वों में बड़ी संख्या में लोग नर्मदा नदी में आस्था की डुबकी लगाते हैं. तिलवाराघाट में तो खास तौर पर तिल-गुड़ के इस पर्व में हजारों लोग जुटते हैं.


कोरोना को द्खते हुए प्रशासन का फैसला


कोरोना के बढ़ते संक्रमण और इससे आम नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के मद्देनजर एसडीएम दिव्या अवस्थी ने गोरखपुर अनुभाग के अंतर्गत नर्मदा नदी के सभी घाटों ग्वारीघाट, जिलहरीघाट, खारीघाट, सिद्धघाट, उमाघाट, घुघराघाट, शंकरघाट, तिलवाराघाट, लम्हेटाघाट एवं भेड़ाघाट में 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर लगने वाले मेलों पर रोक लगा दी है. एसडीएम द्वारा जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि आने वाले अन्य पर्वों के दौरान भी मेलों के आयोजन को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत प्रतिबंधित कर दिया है.


नदी में सामूहिक स्नान पर पाबंदी


एसडीएम गोरखपुर के आदेश में घाटों पर समूह में एकत्र होने तथा नदी में सामूहिक रूप से स्नान करने पर भी रोक लगाई गई है. आदेश में इन प्रतिबंधों का उल्लंघन किये जाने पर संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है.


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