Jabalpur News: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के राष्ट्रीय अधिवेशन में सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी जाएगी. चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवानेवाले जनरल रावत और सेना के अन्य 12 शहीदों को याद किया जाएगा. एबीवीपी का राष्ट्रीय अधिवेशन 60 साल बाद संस्कारधानी जबलपुर में होने जा रहा है. दशकों बाद राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए जबलपुर को चुना गया है. 24 दिसंबर से 26 दिसंबर तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर से छात्र-छात्राएं शिरकत करेंगे.
अधिवेशन में देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत को विशेष रूप से याद किया जाएगा. उनकी स्मृति में चित्र प्रदर्शनी लगाई जाएगी. एबीवीपी की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि राष्ट्रीय अधिवेशन का शुभारंभ नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ कैलाश सत्यार्थी करेंगे. अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य देशभर के छात्र छात्राओं को एक मंच पर एकजुट करना है ताकि राज्यों की संस्कृति और परंपरा का आदान-प्रदान हो सके. उन्होंने कहा कि अधिवेशन में देश भर के विश्वविद्यालयों से छात्र-छात्राएं शिरकत करेंगे.
तीन दिवसीय अधिवेशन के दौरान प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार भी मिलनेवाला है. इस बार का सम्मान तमिलनाडु के कार्तिकेयन गणेशन को दिया जा रहा है. गणेशन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर मानव सेवा के लिए लगातार काम करते आ रहे हैं. कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार राष्ट्रीय अधिवेशन का सीधा प्रसारण देशभर के 2407 केंद्रों में एक साथ किया जाएगा. जबलपुर में तकरीबन 600 से ज्यादा छात्र छात्राएं अधिवेशन में शामिल होंगे. निधि त्रिपाठी के मुताबिक राष्ट्रीय अधिवेशन में शिक्षा, राष्ट्रीय परिदृश्य, जनजाति गौरव दिवस और खेल को शिक्षा में कैसे जोड़ें जैसे प्रस्ताव पर भी चर्चा की जाएगी. इसके साथ ही बेरोजगारी भी एक अहम मुद्दा रहेगी. राष्ट्रीय अधिवेशन के जरिए युवाओं से चर्चा कर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा.
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