Jabalpur News: फिल्म में करियर ढूंढने वालों को अभिनेता दिलीप ताहिल ने दिए टिप्स, कहा- थियेटर से मिलता है मंच
Khajuraho Film Festival: अभिनेता दिलीप ताहिल (Dalip Tahil) ने खजुराहो फिल्म फेस्टिवल के तहत आयोजित वर्कशॉप में एक्टिंग या फिल्म की किसी अन्य विधा में कैरियर ढूंढ रहे स्टूडेंट्स का मार्गदर्शन किया.
Khajuraho Film Festival: अभिनेता दिलीप ताहिल (Dalip Tahil) ने खजुराहो फिल्म फेस्टिवल के तहत आयोजित वर्कशॉप (Khajuraho Film Festival Workshop) में एक्टिंग या फिल्म की किसी अन्य विधा में कैरियर ढूंढ रहे स्टूडेंट्स का मार्गदर्शन किया. उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा, "मैं कभी एक्टर बनने मुंबई नहीं गया था. मैंने स्कूल के दिनों से ही एक्टिंग के लिए थिएटर जाना शुरू कर दिया था और 4 से 5 थिएटर ग्रुप से जुड़ गया. मुझे विश्वास था कि मुझे ये करना ही है, यही मेरा जुनून था." उन्होंने सलाह दी कि अगर किसी को फिल्म के क्षेत्र में जाना है तो उसे ट्रेनिंग लेने की जगह थियेटर ज्वाइन करना चाहिए. थियेटर में अपने अंदर की कला को 100 प्रतिशत डूबकर दिखाना चाहिए. मंच तो अपने आप मिल जाएगा. उन्होंने स्टूडेंट्स को एक सफल अभिनेता बनने के कुछ महत्वपूर्ण गुर भी बताये.
सफल अभिनेता बनने की दिलीप ताहिल की टिप्स
- एक्टर बनने की सबसे महत्वपूर्ण सीढ़ी होती है धीरज, क्योंकि सेट पर हमें रुकना ज्यादा होता है और काम कम.
- आपको दी गई लिपि (स्क्रिप्ट) को हमेशा तैयार और याद करके रखना चाहिए ताकि सेट या थिएटर पर टेंशन या घबराहट न हो.
- ज्यादा बोलो मत और अपने डायरेक्टर की सुनो.
- हमेशा टाइम पर पहुंचो, एक अच्छा कलाकार टाइम की अहमियत जानता है और अनुशासन यहीं से आता है.
- असफलता से डरो मत, एक्टिंग कैरियर ही ऐसा होता है, जहां सफलता से ज्यादा असफलता मिलती है पर एक सफल कलाकार कभी असफलता से नहीं डरता.
दिलीप ताहिल ने थियेटर से एक्टिंग को दिया था धार
दिलीप ताहिल में एक्टिंग का कीड़ा बचपन से ही था. उन्होंने अपने स्कूली दिनों के दौरान ही नाटकों में भाग लेना शुरू कर दिया था. पढ़ाई खत्म होते-होते उन्होंने कई सारे नाटकों में अपने अभिनय का प्रदर्शन किया. उन्हें हिंदी सिनेमा में पहला मौका निर्देशक श्याम बेनेगल ने अपनी फिल्म अंकुर में दिया. उन्होंने अच्छे अभिनय से सबको हैरान कर दिया. इसके बाद मशहूर फिल्म निर्देशक रमेश सिप्पी की फिल्म शान में ताहिल नजर आये. उन्होंने हिंदी सिनेमा में अधिकतर खलनायक की भूमिका ही की. उन्होंने अपने करियर में अब तक 100 से भी ज्यादा हिट फिल्मों में काम किया किया है. उनकी मशहूर फिल्में कयामत से कयामत तक, बाजीगर, त्रिदेव, किशन कन्हैया, कहो ना प्यार है, डर, इश्क, फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी, हम हैं राही प्यार के, राम लखन, थानेदार, मिशन मंगल आदि हैं.