Jabalpur News: जबलपुर में आंदोलन कर रहे पिछड़ा वर्ग के लोगों को आरक्षण की जगह पुलिस की लाठियां मिलीं. ओबीसी महासभा के बैनर तले 51 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन में पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी. धरना स्थल से कलेक्टर कार्यालय जाने को अड़े प्रदर्शकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया. तकरीबन चार दर्जन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. ओबीसी महासभा जबलपुर के सिविक सेंटर में सुबह से प्रदर्शन कर रहा था. उसके साथ कई अन्य संगठन भी इस आंदोलन में शामिल थे. प्रदर्शन तब बवाल में तब्दील हो गया,जब प्रदर्शनकारी कलेक्टर कार्यालय के लिए कूच करने लगे. इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों में धक्का-मुक्की होने लगी. स्थिति नियंत्रण के बाहर होती देख पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया.
एसडीएम ऋषभ जैन के मुताबिक प्रशासन का कहना है कि 25 लोगों को धरना स्थल पर उपस्थित रहने की अनुमति थी लेकिन 400 से ज्यादा लोग इकट्ठा हो गए. पुलिस ने 50 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. लाठी चार्ज के चलते धरना स्थल पर भगदड़ के हालात बन गए थे. आरोप है कि पुलिस ने महिलाओं पर भी बल प्रयोग किया. कहा जा रहा है कि ओबीसी आरक्षण पर गरमाई प्रदेश की राजनीति में पुलिस का लाठीचार्ज सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है.
लाठीचार्ज से पहले ओबीसी महासभा के बैनर तले तमाम संगठनों ने सिविक सेंटर में अपनी आवाज बुलंद की. महासभा के नेशनल कोऑर्डिनेटर वैभव सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में ओबीसी की जनसंख्या सर्वाधिक है लेकिन उसे सिर्फ 14 प्रतिशत आरक्षण का लाभ ही मिल रहा है. सरकार ने 27 प्रतिशत आरक्षण का वादा तो किया है लेकिन उसका लाभ आज तक नहीं मिला है. वैभव सिंह ने दावा किया कि हालांकि प्रदेश में ओबीसी की आबादी 65 प्रतिशत है लेकिन सरकार इसे 51 प्रतिशत मान रही है. इस हिसाब से भी सरकार को पिछड़ा वर्ग को कम से कम 51 प्रतिशत आरक्षण देना चाहिए.
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