Jabalpur News: कोरोना के नए वेरिएंट की आहट के बीच अफ्रीकी महिला को आखिरकार जबलपुर में खोज लिया गया है. बोत्सवाना निवासी महिला जबलपुर में आर्मी के कॉलेज ऑफ मटेरियल मैनेजमेंट यानी सीएमएम में ट्रेनिंग के लिए आई हैं. बोत्सवाना में मिले कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के कारण अफ्रीकी मूल की इस महिला को लेकर चिंता की जा रही थी. फिलहाल उसका आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया गया है. जबलपुर के स्वास्थ्य विभाग ने चौबीस घंटे की कवायद के बाद बोत्सवाना निवासी ओ एल खुमो को सीएमएम से खोज निकाला. सीएमएचओ डॉ रत्नेश कुरारिया के मुताबिक महिला ने जबलपुर आने के बाद कोरोना के सभी प्रोटोकॉल का पालन किया है. महिला न केवल 10 दिन क्वारंटीन में थीं बल्कि दिल्ली से आरटी-पीसीआर टेस्ट करवा कर रवाना हुई थीं. उसमें कोरोना के कोई लक्षण भी नहीं मिले हैं लेकिन एहतियातन फिर से आरटी-पीसीआर टेस्ट करवा गया है.
सीएमएम में ट्रेनिंग के लिए आई है महिला
जबलपुर के सीएमएचओ डॉ रत्नेश कुरारिया ने बताया कि भोपाल के इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम यानी आईडीएसपी ने 22 नवंबर को महिला की खोज करने को कहा था. 18 नवंबर को दिल्ली एयरपोर्ट से एयर इंडिया की फ्लाइट के जरिए जबलपुर आई अफ्रीकी महिला की स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी थी और बताया था कि बोत्सवाना की रहने वाली महिला को ढूंढ निकालें. रत्नेश कुरारिया के मुताबिक ओ एल खूमो नामक महिला के जबलपुर एयरपोर्ट के सीसीटीवी फुटेज में शहर आने की पुष्टि हुई. साथ ही उसके फ्लाइट टिकट के रिजर्वेशन में दिए मोबाइल पर बातचीत करने से आज उसकी सही लोकेशन भी मिल गई. अफ्रीकी देश की महिला सीएमएम में आर्मी के ट्रेनिंग एक्सचेंज प्रोग्राम में हिस्सा लेने आई है.
10 दिन का आइसोलेशन भी कर लिया पूरा
स्वास्थ्य विभाग की नोडल टीम के सदस्य डॉ विभोर हजारी और डॉ प्रियंक दुबे ने कहा कि बोत्सवाना से जबलपुर आई महिला आर्मी में कैप्टन है औ सीएमएम में कोर्स करने आई हैं. उन्होंने दस दिन का आइसोलेशन भी पूरा कर लिया है. मेडिकल चेकअप में महिला पूरी तरह स्वस्थ पाई गई है. उसमें कोरोना का कोई लक्षण दिखाई नहीं दिया है. डॉ विभोर हजारी और डॉ प्रियंक दुबे ने बोत्सवाना की आर्मी में कैप्टन महिला का कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल भी लिया है, जिसे परीक्षण हेतु आईसीएमआर भेजा जा रहा है. ओ एल खुमो नाम की 34 वर्षीय इस महिला को बोत्सवाना में कोरोना की वैक्सीन भी लग चुकी है.