Jabalpur News: जबलपुर पुलिस ने पांच हजार की इनामी लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार कर लिया है. इस लुटेरी दुल्हन ने अपने असली पति के साथ मिलकर एक शख्स के साथ नकली शादी का नाटक किया और उससे करीब सवा लाख रुपये ऐंठ लिये. पुलिस ने लुटेरी दुल्हन के असली पति को भी गिरफ्तार किया है. उस पर भी पांच हजार का इनाम था. पुलिस दोनों से पूछताछ करके उनके अपराध की कुंडली खंगाल रही है.
बन जाते थे भाई बहन
बंटी-बबली बनकर फ़िल्मी तरीके से एक शख्स से नकली शादी करने और फिर 1 लाख 18 रुपये की ठगी करने वाले जोड़े को जबलपुर की लार्डगंज थाना पुलिस ने पांच माह बाद पकड़ने में सफलता प्राप्त की. ठगी के इस मामले में जोड़े की मदद करने वाले 4 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था. लुटेरी दुल्हन और इसका पति ठगी करने के लिए आपस में भाई-बहन बन गए थे.
किस तरह करते थे
लार्डगंज टीआई प्रफुल्ल श्रीवास्तव के मुताबिक 11 जुलाई को सुनवानी खुर्द पन्ना निवासी जयप्रकाश तिवारी ने शादी कराने के नाम पर लूट करने वाले गिरोह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. जयप्रकाश ने पुलिस को बताया था कि उसकी शादी नहीं हो रही थी. उसने रिश्तेदार से चर्चा की, तो उसे घाट पिपरिया दमोह निवासी रवि दुबे का नंबर मिला.
रवि के माध्यम से उसकी जबलपुर की रजनी तिवारी से बातचीत हुई. रजनी के कहे अनुसार जयप्रकाश ने पड़ोसी श्यामकांत प्यासी के मोबाइल से फोटो भेजी. उधर से रजनी ने तीन लड़कियों की फोटो भेजी. उनमे से एक का नाम अंजलि तिवारी बताया गया था जिसे जयप्रकाश पसंद किया था.
8 जुलाई 2021 को रजनी तिवारी के बुलाने पर जयप्रकाश पड़ोसी श्यामकांत प्यासी, चाचा रामहेत तिवारी, रामकिशोर तिवारी व बुआ के लड़के ओमप्रकाश चनपुरिया के साथ जबलपुर आया. गोलबाजार में उसे रजनी और अंजलि नाम की युवती मिली. गोलबाजार में ही जयप्रकाश ने वाहन पार्क कर दिया. वहां से सभी ऑटो में बैठ कर कोर्ट पहुंचे. अंजलि के साथ विकास नामक युवक भी आया था, जिसका परिचय रजनी ने उसके भाई के तौर पर कराया था.
डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में गेट नंबर चार के पास रजनी ने एक वकील से बात की. जयप्रकाश का आधार कार्ड लेकर उससे वकील को 8 हजार रुपए दिलवाए गए और एक स्टाम्प पर उससे दस्तखत लिए गए. इसके बाद कथित वकील बोला कि अब तुम लोगों की रजिस्टर्ड शादी हो गई है. वहां से वे सभी लोग ऑटो से वापस गोलबाजार आ गए.
दुल्हन के जेवर खरीदने के लिए पैसे मांगे
इसके बाद रजनी ने लुटेरी दुल्हन अंजलि के कपड़े और जेवर खरीदने के लिए जयप्रकाश से पैसे मांगे, तो उसने 1 लाख 10 लाख हजार रुपए दे दिए. रजनी वहां से पैसे लेकर चली गई. अंजलि व विकास वहीं पर थे. इसी दौरान पहले से तैयार षडयंत्र के तहत फर्जी क्राइम ब्रांच के चार जवान आए. उन्होंने लड़की को भगा कर ले जाने का आरोप लगाते हुए जयप्रकाश तिवारी और उसके रिश्तेदारों से मारपीट की तथा धमकी देकर 8500 रुपए छीन लिए. विवाद के बीच ही फर्जी दुल्हन और उसका कथित भाई चंपत हो गए.
कुछ पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे
फर्जी दुल्हन बनी अंजलि और विकास के फरार हो जाने के बाद पीड़ितों को ठगी का अहसास हुआ तो वे थाने पहुंचे. लार्डगंज पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज करते हुए रजनी तिवारी सहित ठगी के इस गोरखधंधे में शामिल मोची कुआं गढ़ा फाटक निवासी आशीष तिवारी, उसके मित्र विपिन जैन तथा सुनील ठाकुर को 12 जुलाई 2021 को गिरफ्तार कर लिया था.
नाम बदल देते थे
इन सभी की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि रजनी तिवारी का असली नाम ज्योति कुशवाहा है. वहीं अंजलि का असली नाम सुमन जैन और उसका भाई बने विकास तिवारी का असली नाम भानु उर्फ विवेक जैन है. सुमन व भानु जैन पति-पत्नी हैं. घटना के बाद ठगी गई रकम आरोपियों ने आपस ने बांट ली थी.
पकड़े गए आरोपियों के पास से 58 हजार रुपए जब्त हुए थे. तब से ठग दंपती सुमन जैन व भानु जैन फरार चल रहे थे. दोनों की गिरफ्तारी पुलिस अधीक्षक जबलपुर ने पांच-पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. लार्डगंज पुलिस ने सुमन जैन और उसके पति भानू उर्फ विवेक जैन को शताब्दीपुरम से दबोच लिया. दोनों से पूछताछ में पता चला कि भानू अपनी पत्नी सुमन को बहन बनाकर शादी का रिश्ता तय करता था और बातचीत के दौरान रुपए लेकर भाग जाते थे.
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