Jabalpur News: रईसों को प्रेमजाल में फंसाकर ब्लैकमेल करती थी लड़की, अमीर लड़कों से लाखों ठगने वाली इनामी आरोपी गिरफ्तार
MP News: जबलपुर के ओमती थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह पवार ने बताया कि आरोपी सोनिया केशवानी हनी ट्रैप के एक चर्चित मामले में लंबे समय से फरार थी. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने ढाई हजार का इनाम रखा था.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) शहर में लव,सेक्स और ब्लैकमेलिंग के जरिए हनी ट्रैप गैंग चलाने वाली एक युवती को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. लड़की पर ढाई हजार का इनाम भी घोषित था. युवती नवयुवकों को पहले अपने प्रेम जाल में फंसाती थी और बाद में रेप का केस दर्ज कराकर उन्हें ब्लैकमेल करती थी. आरोपी लड़की के ब्लैकमेलिंग के कुछ ऑडियो और वीडियो भी वायरल हुए थे. देश के अलग-अलग इलाकों में आरोपी युवती के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक शिकायतें पुलिस थानों में की गई हैं.
ओमती थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह पंवार ने बताया कि आरोपी सोनिया केशवानी हनी ट्रैप के एक चर्चित मामले में लंबे समय से फरार थी. उसकी गिरफ्तारी के लिए जबलपुर पुलिस ने ढाई हजार का इनाम भी घोषित था. ओमती पुलिस द्वारा सोमवार (19 फरवरी) को आरोपी सोनिया को उसके घमापुर, द्वारका नगर स्थित घर से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने उसे जेल भेज दिया है.
2022 सामने आया था पहला मामला
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि आरोपी युवती सोनिया ने फरारी के दौरान भी ब्लैकमेलिंग का खेल जारी रखा था. उसने करनाल के एक युवक को हनी ट्रैप में फंसाकर निशाना बनाया है. पुलिस के अनुसार शहर में हनी ट्रैप का पहला और इस तरह का अनूठा मामला मई 2022 में उजागर हुआ था. आरोपी सोनिया केशवानी ने गौरीघाट थानांतर्गत आदर्श नगर निवासी एक 30 वर्षीय युवक मोहित डुडेजा को अपने प्रेमजाल में फंसाया, फिर उसे और उसके पिता को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 15 लाख की मांग की थी.
वहीं रकम नहीं मिलने पर पहले उसकी चौथा पुल स्थित दुकान में घुसकर हंगामा किया और बाद में गोरखपुर थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था. सोनिया की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर पीड़ित परिवार द्वारा न्यायालय में परिवाद दायर किया गया था. न्यायालय के निर्देश पर ब्लैकमेलिंग करने वाली युवती सोनिया केसवानी के खिलाफ ओमती थाने में मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद से ही वह फरार थी.
सोशल मीडिया के जरिए करती थी दोस्ती
पुलिस के अनुसार आरोपी सोनिया अपने अच्छे रूप-रंग का फायदा उठाकर सोशल मीडिया के जरिए धनी युवकों से दोस्ती करती थी. वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी फोटो डालकर युवाओं के साथ चैटिंग करती थी. धीरे-धीरे वह उनके करीब आ जाती थी और फिर आपत्तिजनक फोटो और वीडियो के माध्यम से युवकों और उनके परिवारजनों से रुपये ऐंठती थी. इस गैंग में कुछ अन्य लोग भी उसका साथ देते थे. पुलिस उनके बारे में भी पता लगा रही है.
कई लोगों को लड़की ने बनाया अपना शिकार
पुलिस की पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि फरारी के दौरान सोनिया का ब्लैकमेलिंग का धंधा जारी था. गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर उसने करनाल में एक संभ्रांत परिवार के युवक को अपने प्रेमजाल में फंसाया और फिर उसे ब्लैकमेल कर रुपयों की मांग की. रुपये नहीं मिलने पर उसने उक्त युवक के खिलाफ भी दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया है. पुलिस के अनुसार साल 2016 में लड़की ने घमापुर थानांतर्गत विकास रामरख्यानी नामक व्यवसायी को प्रेमजाल में फंसाया और फिर उसके खिलाफ दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज करवाया था.
व्यवसायी पर दबाव बनाकर की शादी
इसके बाद व्यवसायी ने दबाव में उससे शादी की. आरोपी सोनिया ने उसकी सम्पत्ति हड़पी फिर डिंडौरी में उसके खिलाफ दोबारा दुष्कर्म का मामला दर्ज करवा दिया. हनी ट्रैप का दूसरा शिकार कानपुर का चर्चित व्यवसायी अर्चित सलूजा बना था. सोशल मीडिया के माध्यम से व्यवसायी को अपने जाल में फंसाने के बाद युवती ने अपने एक साथी के साथ मिलकर 40 लाख की मांग की थी. रकम नहीं मिलने पर लड़की और उसके साथियों ने महिला थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था. इस मामले में भी कानपुर कोर्ट में परिवाद दायर किया गया था.
आरोपी लड़की का तीसरा शिकार विकास समतानी बना था. लड़की ने ब्लैकमेलिंग करते हुए उससे 20 लाख की मांग की थी. साल 2021 में रकम नहीं मिलने पर महिला ने तिलवारा थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था. यह मामला न्यायालय में लंबित है. आरोपी सोनिया केसवानी के खिलाफ ब्लैकमेलिंग से जुड़े कई ऑडियो और वीडियो पुलिस को पीड़ित परिवारों द्वारा सौंपे गए हैं.
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