MP Crime News: जबलपुर पुलिस ने हत्या के दो साल पुराने मामले को आधुनिक तकनीक की मदद से सुलझा लिया है. बरगी थाना क्षेत्र में करीब 2 साल पहले हुए अंधे कत्ल पर पड़ा रहस्य का पर्दा पुलिस ने ‘नफिस साफ्टवेयर’ (नेशनल ऑटोमेटिड फिंगर प्रिंट आईडेन्टीफिकेशन सिस्टम) से उठा दिया. हत्या के आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.


नफीस की मदद से अज्ञात आरोपी को पकड़ा गया


हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि 9 अक्टूबर 2020 को बरगी में महेश्वर ढाबा के आगे अज्ञात व्यक्ति की रक्तरंजित लाश नहर किनारे मिली थी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए प्राथमिक जांच शुरू की. प्रकऱण में अज्ञात मृतक की शिनाख्तगी और आरोपी की पतासाजी हेतु आसपास के जिले सिवनी, मण्डला, डिण्डोरी, नरसिंहपुर, कटनी, सागर, दमोह जिलों के गुम इंसानों से मिलान कराया गया लेकिन अज्ञात मृतक का कुछ पता नही चला सका. जांच के दौरान अज्ञात मृतक की पहचान हेतु सुरक्षित किये गये फिंगर प्रिन्ट को मिलान हेतु फिंगर प्रिंट कार्यालय जबलपुर भेजा गया.


नफीस (नेशनल ऑटोमेटिड फिंगर प्रिंट आईडेन्टीफिकेशन सिस्टम) साफ्टवेयर की मदद से अज्ञात मृतक की पहचान थाना कोतवाली जिला डिण्डोरी के अपराध क्रमांक 543/17 धारा 25 आर्म्स एक्ट के आरोपी देवेन्द्र कुमार मन्दे उर्फ लाला पिता गुलाब मन्दे (उम्र 30 वर्ष) के रूप में हुई. ग्राम धनवासी थाना कोतवाली जिला डिण्डोरी निवासी देवेन्द्र कुमार के घर पहुंचकर अज्ञात मृतक की फोटो उसके परिजनों को दिखाई गई. माता-पिता और अन्य ग्राम वासियों द्वारा अज्ञात मृतक की शिनाख्त देवेन्द्र कुमार मन्दे उर्फ लाला के रूप में की गई.


पुलिस ने आरोपी को नागपुर से पकड़ा


पुलिस ने मृतक के परिजनों और गांव वालों से पूछताछ की तो पता चला कि देवेंद्र के जीजा बाल सिंह मरावी ने उसे जबलपुर बुलवाया था. बाल सिंह फिलहाल नागपुर में पत्नी के साथ रह रहा है. पुलिस की विशेष टीम नागपुर पहुंची और बाल सिंह मरावी को हिरासत में लेकर बरगी थाना लाया गया. पूछताछ में आरोपी बाल सिंह मरावी उर्फ राजा निवासी ग्राम सुदामापुर थाना किंदरई जिला सिवनी ने साले देवेंद्र कुमार मन्दे की हत्या करना कबूल किया.


पूछताछ में आरोपी बाल सिंह ने पुलिस को बताया कि करीब 2 साल पहले उसने देवेंद्र उर्फ लाला की बहन सरस्वती से प्रेम विवाह कर लिया था. सरस्वती से लव मैरिज के बाद से ही देवेंद्र नाराज रहता था. देवेन्द्र का उसके गांव में काफी आंतक था. वह आये दिन अपने परिवारजनों और ग्रामवासियों के साथ मारपीट करता था. देवेंद्र के विरूद्ध थाना में कई प्रकरण भी दर्ज थे. आरोपी ने कहा कि साले देवेंद्र उर्फ लाला की हत्या नहीं करता तो वह मुझे मार डालता. बाल सिंह ने देवेन्द्र को काम दिलाने और दूसरी शादी कराने का झांसा देकर 8 अक्टूबर 2020 को जबलपुर बुलवाया था. फिर शराब पिलाकर उसकी हत्या कर दी.


इस हत्याकांड में एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था. हत्याकांड का खुलासा करने के लिए एएसपी शिवेश सिंह बघेल, सीएसपी आईपीएस प्रिंयका शुक्ला के साथ बरगी टीआई रीतेश पाण्डे के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी.


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