MP News: जबलपुर में शिक्षा माफिया की कमर तोड़ने के लिए अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है. कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 11 निजी स्कूलों पर 81 करोड़ 30 लाख रुपये से ज्यादा अवैध फीस वसूली का आरोप है.
मनमाने तरीके से फीस बढ़ाने के अलावा एनसीईआरटी की नकली पुस्तक और मोनोपोली वाली यूनिफॉर्म का गोरखधंधा चल रहा था. आरोपियों में स्कूल संचालकों-प्राचार्यों के साथ बुक सेलर्स, प्रकाशक और डिस्ट्रीब्यूटर शामिल हैं.
अवैध फीस वसूली मामले में आरोपियों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद एक्शन लिया गया. कलेक्टर दीपक सक्सेना ने आज सोमवार (27 मई) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर निजी स्कूलों, प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं की अभिवावकों से लूट के खेल का पर्दाफाश किया. उन्होंने विस्तार से बताया कि निजी स्कूल प्रबंधन प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं के साथ मिलीभगत कर अभिभावकों को लूटने का काम कर रहा था. उन्होंने बताया कि पिछले दो माह से जिला प्रशासन निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभियान चला रहा है.
जिला प्रशासन की सबसे बड़ी कार्रवाई
अभियान के तहत 11 स्कूल संचालक या प्रिंसिपल पर एफआईआर दर्ज की गई है. कलेक्टर ने बताया कि 11 स्कूलों ने नियम विरुद्ध 21 हजार बच्चों से 81 करोड़ 30 लाख रुपये की अतिरिक्त फीस वसूली है. उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों ने पुस्तक विक्रेताओं और प्रकाशकों के साथ मिलकर करोड़ों रुपये का वारा-न्यारा किया. बता दें कि साल 2018 के नियम को दरकिनार कर निजी स्कूल संचालकों ने मनमाने तरीके से फीस बढ़ा दी. जिला प्रशासन की कार्रवाई से अभिभावकों ने राहत की सांस ली है.
11 स्कूलों के खिलाफ शिकायत सही
1. क्राइस्ट आईसीएससी स्कूल
2. ज्ञान गंगा स्कूल
3. स्टेमफील्ड इंटरनेशनल स्कूल
4. लिटिल वर्ल्ड स्कूल
5. चैतन्य टेक्नो स्कूल
6. सेंट एलोयसियस स्कूल सालीवाडा
7. सेंट एलोयसियस स्कूल घमापुर
8. सेंट एलोयसियस स्कूल सदर
9. क्राइस्ट चर्च बॉयज स्कूल
10. क्राइस्ट चर्च स्कूल सालीवाडा
11. क्राइस्ट चर्च स्कूल घमापुर
कलेक्टर ने बताया कि निजी स्कूलों ने अभिभावकों के साथ आपराधिक घटना को अंजाम दिया है. इसलिए 9 थानों में स्कूल संचालकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कर 80 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
उन्होंने बताया कि निजी स्कूलों की मनमानी, फीस वृद्धि और निश्चित दुकान से यूनिफॉर्म, स्टेशनरी की खरीदारी का दबाव बनाने की शिकायतें आ रही थीं. जिला प्रशासन ने सभी निजी स्कूलों की जांच पड़ताल शुरू की. जांच पड़ताल के दौरान 11 स्कूलों में बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ.
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप ने बताया कि एफआईआर दर्ज करने के बाद अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बाकी आरोपी भी जल्द सलाखों के पीछे होंगे. कलेक्टर ने अभिभावकों को भी फीस वापसी का रास्ता दिखा दिया है. अभिभावक जिला प्रशासन के पास आवेदन कर फीस वापसी की गुहार लगा सकते हैं.
अभी तक गिरफ्तार हुए हैं ये आरोपी
1. अजय उमेश कुमार जेम्स
2. एस. नीलेश सिंह
3. क्षितिज सिरिल जैकब
4. आलोक इन्दुराख्या (न्यू राधिका बुक डिपो)
5. राम इन्दुराख्या (न्यू राधिका बुक डिपो)
6. मनमीत कोहली
7. शाजी थॉमस
8. एल एम साठे
9. सूर्यप्रकाश वर्मा (चिल्ड्रन बुक हाउस)
10. शशांक श्रीवास्तव (चिल्ड्रन बुक हाउस)
11. सीएस विश्वकर्मा
12. सोम जार्ज
13. भरतेश भारिल
14. दीपाली तिवारी
15. चित्रांगी अय्यर
16. सुबोध नेमा
17. परिधि भार्गव
18. अतुल अनुपम इब्राहिम
19. एकता पीटर
20. ललित सोलोमन
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