MP News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने शुक्रवार को जबलपुर में महाकौशल क्षेत्र के अपने संगठन के पदाधिकारियों के साथ संपर्क और संवाद की शुरुआत की. आरएसएस की योजना अपनी स्थापना के सौवें साल यानी 2025 तक संघ की ताकत दोगुनी करने की है. संघ ने दो साल के भीतर देश के प्रत्येक घर तक पहुंचने पर भी ध्यान केंद्रित किया है.
बता दें कि भागवत चार दिवसीय दौरे पर गुरुवार को जबलपुर पहुंचे थे. भागवत छत्तीसगढ़ के चार दिवसीय दौरे के बाद मध्य प्रदेश पहुंचे हैं. संघ के एक पदाधिकारी ने कहा कि इसके अलावा संघ घर-घर जाकर विदेशी वस्तुओं के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए अपने स्वदेशी सामान अभियान को मजबूत करने की इच्छा रखता है. सरसंघचालक मोहन भागवत ने केशव कुट्टी में समूहों में संघ के पदाधिकारियों के साथ अपनी चर्चा शुरू की.
कल करेंगे मीटिंग
संघ के सूत्रों का कहना है कि सरसंघचालक की यह यात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि आरएसएस के शताब्दी वर्ष समारोह के लिए केवल दो वर्ष शेष हैं. संघ के द्वारा शताब्दी समारोह को भव्य तरीके से मनाने की योजना है. शनिवार को मोहन भागवत ने राष्ट्र निर्माण, ग्राम विकास, कृषि और मजदूरों के कल्याण, पर्यावरण और जीवन के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी में समाज की भूमिका पर बातचीत करेंगे. शनिवार शाम को उनका प्रबुद्धजनों के बीच उद्बोधन भी होगा. अपने प्रवास के आखिरी दिन यानी रविवार को भागवत आरएसएस के स्वयंसेवकों के परिवार के सदस्यों से मिलेंगे और देश के विकास में परिवार की भूमिका पर बात करेंगे.
एक अनुमान के अनुसार, आरएसएस के पास लगभग 3 हजार प्रचारक (पूर्णकालिक कार्यकर्ता) हैं, जो रक्षा, शिक्षा, श्रमिक संघों और आदिवासी क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में संगठन की विभिन्न शाखाओं में कर्तव्य निभा रहे हैं. आरएसएस के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि संघ अंशकालिक स्वयंसेवकों या विस्तारकों को शामिल करके शताब्दी वर्ष से पहले अपने आधार का विस्तार करके संगठन शक्ति को दोगुना करना चाहता है.