जबलपुर ब्लास्ट के आरोपी पर दर्ज है दो दर्जन मुकदमें, घटना के छह दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
Jabalpur Blast News: जबलपुर में कबाड़खाने में हुए विस्फोट का मुख्य आरोपी शमीम कबाड़ी एक शातिर अपराधी है. उसके खिलाफ मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में दो दर्जन से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं.
Jabalpur Blast Update: मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में कबाड़खाने में विस्फोट का मुख्य आरोपी शमीम कबाड़ी शातिर अपराधी है.मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों में शमीम के खिलाफ दो दर्जन एफआईआर दर्ज है. इसमें चोरी, डकैती, धोखाधड़ी और हत्या के प्रयास जैसे संगीन अपराध शामिल है.
फिलहाल विस्फोट मामले में शमीम कबाड़ी पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा है. कबाड़खाने में विस्फोट में दो मजदूरों की मौत हो गई थी. जबलपुर पुलिस ने शमीम कबाड़ी पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है.
जांच का जिम्मा दिया गया है एनआईए और एमएसजी को
जबलपुर के खजरी खिरिया बाईपास स्थित रजा मेटल इंडस्ट्रीज में जांच के दौरान पुलिस को कई और विस्फोटक भी मिले हैं. उन्हें जिला पुलिस की बीडीडीएस टीम ने डिफ्यूज कर दिया है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अभी भी गोदाम में कई ऐसे विस्फोटक बॉम्ब शेल्स हैं, हालांकि ये सभी यानी खाली खोखे (Inner Shells) हैं. छह दिन पहले रजा मेटल इंडस्ट्रीज में मेजर ब्लास्ट से दो लोगों की जान चली गई थी. जिसके बाद से मामले को बेहद गंभीरता से लिया गया और जांच का जिम्मा एनआईए और एमएसजी को दिया गया.
जगह जगह की जा रही है छापेमारी
जबलपुर के पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि जिला पुलिस के साथ एनआईए और एनएसजी की एक्सपर्ट टीम की जांच अभी जारी है. कबाड़खाना गोदाम के मालिक शमीम कबाड़ी पर 15 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है और उसकी तलाश में जगह जगह छापेमारी की जा रही है. पुलिस अधीक्षक के मुताबिक शमीम कबाड़ी का बेटा फहीम और बिजनेस पार्टनर सुल्तान गिरफ्तार हो चुके है.उनसे मिली जानकारी के आधार पर जांच आगे बढ़ रही है लेकिन जांच में आये तथ्यों को फिलहाल सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है.
अधिकारियों और नेताओं का मिला संरक्षण
जबलपुर के अधारताल इलाके में रहने वाला शमीम कबाड़ी उर्फ हाजी मोहम्मद शमीम रजा करीब 35 सालों से कबाड़ का व्यवसाय कर रहा है. शमीम ने भारी वाहनों के कबाड़ से शुरू किए व्यवसाय को बाद में डिफेंस इंडस्ट्री एयर इस्टैब्लिशमेंट के स्क्रैप तक फैला लिया. इस दौरान शमीम ने शहर के साथ देशभर के कई उद्योगपतियों, नेताओं और अधिकारियों से संपर्क बनाए. पुलिस सूत्रों के मुताबिक शमीम ने अपने कारोबार का विस्तार करने के दौरान हर तरह के अपराधों को अंजाम दिया, जिसमें कई नामचीन अधिकारियों और नेताओं ने उसे संरक्षण दिया.
कबाड़ी के खिलाफ सागर जिले में दर्ज है 24 एफआईआर
पुलिस के मुताबिक शमीम कबाड़ी के खिलाफ जबलपुर, उमरिया, कटनी, नरसिंहपुर और सागर जिले में 24 एफआईआर दर्ज है. 1995 में उसके खिलाफ धोखाधड़ी की पहली एफआईआर गोहलपुर थाने में दर्ज हुई थी. उसके बाद वह लगातार आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा. चोरी, डकैती, रेल संपत्ति की चोरी, आपराधिक षड्यंत्र जैसे मामलों में पुलिस उसे आरोपित बना चुकी है.
पहले से कई संगीन मामले हैं दर्ज
उसके खिलाफ जबलपुर के गोहलपुर थाना में धोखाधड़ी, हत्या का प्रयास, मारपीट, आर्म्स एक्ट, सट्टा एक्ट, लूट तथा सिविल लाइन थाना में धोखाधड़ी, आरपीएफ थाना जबलपुर में आरपीएफ एक्ट के कई मामले, उमरिया जिला के पाली थाना में चोरी, आरपीएफ एक्ट, धोखाधड़ी, टेलीग्राफ एक्ट के छह प्रकरण, सागर के बहेरिया थाना में चोरी के दो प्रकरण, कटनी के आरपीएफ थाना में आरपीएफ एक्ट, नरसिंहपुर के गोटेगांव थाना में डकैती, चोरी, आपराधिक षडयंत्र, जबलपुर के अधारताल थाना में ईसी एक्ट, चोरी, धमकी आदि घटनाओं की एफआईआर दर्ज की गई थी. बताया जा रहा है कि ब्लास्ट के बाद शमीम कबाड़ी अपने गोदाम में भी पहुंचा था और कुछ देर बाद मौके से फरार हो गया.
जबलपुर के मेजर ब्लास्ट की जांच में नेशनल सिक्योरिटी का एंगल भी शामिल है.विस्फोटक के प्रतिबंधित श्रेणी का होने के कारण सुरक्षा एजेंसियां बारीकी से इस मामले की जांच कर रही है. हालांकि घटना के छह दिन बाद भी आरोपी शमीम कबाड़ी पुलिस को चकमा देने में कामयाब है.
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