Jabalpur Smart City Wall Collapsed: जबलपुर शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बनाई जा रही 80 लाख की बाउंड्रीवॉल का एक हिस्सा भरभरा कर गिर गया. स्थानीय लोगों ने बाउंड्रीवॉल के निर्माण में घटिया सामग्री इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. नगर निगम महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने भी स्मार्ट सिटी के विकास कार्यों पर सवाल उठाए हैं. बता दें कि रानीताल तालाब किनारे कर्बला के पास बाउंड्रीवॉल का निर्माण किया जा रहा है. शुक्रवार को बाउंड्रीवॉल की 10 फीट ऊंची और 70 फीट चौड़ी एक दीवार गिर गई. गनीमत रही कि अर्चना रैकवार नामक महिला बाल-बाल बच गई.


भरभराकर गिरी स्मार्ट सिटी की बाउंड्रीवॉल


महिला के पैर में मामूली चोट आई है. हादसे के समय महिला घर के बाहर वह बर्तन मांज रही थी. हालांकि, आसपास के मकानों को नुकसान पहुंचा है. बाउंड्रीवॉल गिरने की खबर से मौके पर भीड़ लग गई. लोगों का कहना था कि बाउंड्रीवॉल के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत रानीताल तालाब सौंदर्यीकरण का काम 18 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है. 80 लाख रुपए की लागत से अलग बाउंड्रीवॉल को बनाने का काम जबलपुर निवासी अभिजय गुप्ता की एमकेएस कंपनी कर रही है.






जनप्रतिनिधियों ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप


पार्षद संतोष दुबे पंडा ने 17 मार्च को रानीताल तालाब किनारे  घटिया तरीके से बनाई जा रही बाउंड्रीवॉल का मामला नगर निगम सदन की बैठक में उठाया था. पार्षद दुबे का कहना है कि उन्होंने तीन महीने पहले तत्कालीन निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ से भी शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. दुबे का कहना है कि बाउंड्रीवॉल बनाने में कॉलम नहीं खड़े किए जा रहे हैं. बाउंड्रीवॉल निर्माण की स्वतंत्र एजेन्सी से जांच कराई जानी चाहिए. आरोप लग रहे हैं कि जबलपुर स्मार्ट सिटी में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. स्मार्ट सिटी के सीईओ चंद्र प्रताप गोहले ने मामले को बेहद गंभीर मानते हुए जांच कराने का आश्वासन दिया है.


MP News: मध्य प्रदेश ने किया कमाल! पहली बार 6 हस्तशिल्प उत्पादों को मिला GI टैग, CM शिवराज ने जताई खुशी