MP News: एक खबर ने जयंत केवलानी के परिवार को दी राहत, मीटिंग करने सूडान गया था भोपाल का व्यापारी
Bhopal News: सूडान में युद्ध के हालात में फंसे बैरागढ़ निवासी जयंत केवलानी जल्द ही अब वापस भारत आएंगे.भारत सरकार सूडान में फंसे लोगों को एयरलिफ्ट कर भारत ला रही है.इस सूची में जयंत का नाम भी शामिल है.
Bhopal News: सूडान में युद्ध के हालात में फंसे बैरागढ़ निवासी जयंत केवलानी जल्द ही अब वापस भारत आएंगे.भारत सरकार सूडान में फंसे लोगों को एयरलिफ्ट कर भारत ला रही है. इस सूची में जयंत का नाम भी शामिल है.इससे उनके परिवार वालों ने राहत की सांस ली है.जयंत बिजनेस मीटिंग के सिलसिले में सूडान गए थे. जयंत की बहन वंशिका ने पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत कई नेताओं से मदद की अपील की थी.
क्या है भारत सरकार की तैयारी
बता दें सूडान में ईद के कारण सेना और अर्ध सैनिक बलों ने सीज फायर की घोषणा की है. इससे वहां फिलहाल युद्ध रुक गया है.इस दौरान भारत सरकार ने सूडान में फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट कर इंडिया लाने की तैयारी की है.इधर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर जयंत हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है.
Glad to see your response @ChouhanShivraj Hope for the best🤞 @PMOIndia https://t.co/kKRFTNbxUn
— Vanshika Kewlani (@vanshika2113) April 21, 2023
एक बिजनेस मीटिंग के सिलसिले में सूडान गए भोपाल के एक व्यापारी जयंत केवलानी युद्ध के चलते वहां फंसकर रह गए हैं.जिस बिल्डिंग में वह रह रहे हैं, उसके ठीक सामने मिलिट्री कैंप हैं. वहां बमबारी हो रही है.बिल्डिंग में बीते चार दिन से लाइट नहीं है तो वहीं अब पीने का पानी भी खत्म हो गया है. बता दें कि सूडान की राजधानी खार्तूम में करीब डेढ़ हजार भारतीय फंसे हुए हैं.इन भारतीयों में भोपाल के नजदीकी बैरागढ़ के व्यापारी 23 साल के जयंत केवलानी भी शामिल हैं.
चने और तूअर के दाल का व्यापार करते हैं जयंत
जयंत के अनुसार वे चने और तूअर दाल का इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का बिजनेस करते हैं.बिजनेस की मीटिंग में शामिल होने के लिए वे डेढ़ महीने पहले ही सुडान आए थे.उनकी 20 अप्रैल दुबई के लिए फ्लाइट थी. वहां से वो भारत लौटने वाले थे. उससे पहले ही 15 अप्रैल को वहां लड़ाई शुरू हो गई. इस वजह से वे वहां फंस गए.
जयंत के अनुसार सूडान की राजधानी खार्तूम के बीच सेंटर में रहते हैं.दो किलोमीटर दूर ही एयरपोर्ट है. उन्होंने बताया कि वो जिस कैंपस में हैं, वहां 100 से ज्यादा लोग रहते हैं. उनकी बिल्डिंग के ठीक सामने मिलिट्री कैंप है.मिलिट्री और पैरामिलिट्री के बीच लड़ाई में गोलियां दागी जा रही हैं. उन्होने बताया कि उनके कैंपस में हर कोई सहमा हुआ है. उन्होंने बताया कि इंडियन एंबेसी के अधिकारियों के परिवार भी फंसे हुए हैं.इनमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं.खार्तूम में डेढ़ हजार से ज्यादा भारतीय फंसे हुए हैं.
बहन ने लगाई है नेताओं से गुहार
जयंत केवलानी के पिता नरेंद्र केवलानी और उनके परिवार ने भारत सरकार से जयंत को वापस लाने की अपील की थी. जयंत की बहन वंशिका केवलानी ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से अपने भाई की वतन वापसी के लिए गुहार लगाई है.
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