Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के झाबुआ (Jhabua) में एक महिला डॉक्टर निशा भायल ने गुरुवार की रात फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली. वहीं कमरे से मिले सुसाइड नोट में निशा ने लिखा था कि, ' मैं दिखने में सुंदर नहीं हूं. मैं जो काम करती हूं, वो गलत हो जाता है. बहुत परेशान हूं. जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा. आत्महत्या करने की इच्छा होती है.


सामने चल रही गाड़ी से अपनी गाड़ी टकराकर जान देने की इच्छा होती है. कमरे में रहती हूं तो छत का पंखा देखकर मन करता है, इसपर लटक कर जान दे दूं. मेरे माता-पिता ने मुझे बड़ी मेहनत से पढ़ाया है. उनका मुझ पर ये कर्ज है. इसीलिए रुक जाती हूं, लेकिन हमेशा यही सोचती हूं कि इसी समय जान दे दूं.'


होली की छुट्टी मनाकर वापस आई थी निशा


दरअसल, 25 साल की युवा डॉक्टर निशा भायल गुरुवार रात झाबुआ के मेघनगर नाका स्थित मकान में पंखे पर दुपट्टा बांधकर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. निशा यहां किराए के घर में रहती थी. निशा की 6-8 महीने पहले ही बॉन्ड पर वो झाबुआ जिला अस्पताल में नियुक्त हुई थी. वहीं निशा होली की छुट्टी मनाकर गुरुवार सुबह पेटलावद से झाबुआ लौटी थी.


दिन में ड्यूटी करके शाम को साढ़े 5 बजे निशा कमरे पर आई थीं. इसके बाद उन्होंने दूध भी लिया. तब तक सब कुछ सामान्य था, लेकिन रात लगभग 8 बजे के बाद से कमरे का दरवाजा नहीं खुला.


फोन न उठाने से परिजन थे परेशान
वहीं रात 9 बजे जब घरवालों का फोन निशा ने नहीं उठाया तो परिजन ने दूसरे कमरे में रहने वाली निशा की दोस्त डॉ. निशा मुलेवा को कॉल किया. निशा ने दरवाजा खटखटाया और उसने पड़ोसियों को बुलाया. बहुत देर तक दरवाजा नहीं खुला तो मकान मालिक मयंक राठौर ने खिड़की तोड़कर अंदर देखा तो निशा फंदे पर लटकी थीं.


मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी और आस पड़ोस के लोग खिड़की का कांच तोड़कर अंदर गए और दरवाजा खोला. इसके बाद मृतका के परिजनों को सूचना दी गई. वो पेटलावद से झाबुआ पहुंचे, जिसके बाद पंचनामा कराकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया.



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