MPPSC परीक्षा पर भी 'पेपर लीक' का ग्रहण! जीतू पटवारी का हमला - 'चैन की नींद सोई है BJP सरकार'
Paper Leak Cases: अब यह दावा किया जा रहा है कि मध्य प्रदेश लोकसभा सेवा आयोग की प्री-परीक्षा के पेपर लीक हो गए हैं. लोगों को चैट वायरल हो रहे हैं जो पेपर लीक की ओऱ इशारा कर रहे हैं.
Jitu Patwari on MPPSC Exam: अब मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग (MPPSC) के पेपर लीक होने का दावा किया जा रहा है. इसको लेकर दो लोगों के बीच हुए चैट क स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. जिसमें पेपर खरीदने और बेचने को लेकर बात हो रही है. अब इस मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस ने राज्य की बीजेपी सरकार को घेरा है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने कहा कि बीजेपी की सरकार चैन की नींद सोई है और बताने की स्थिति में नहीं है कि क्या हो रहा है.
जीतू पटवारी ने 'एक्स' पर लिखा, ''चैन की नींद सोई बीजेपी एमपी सरकार बताने की स्थिति में नहीं है कि यह क्या हो रहा है, क्यों हो रहा है, इसका असर क्या होगा, कब तक होगा, कुछ होगा भी या नहीं होगा? वजह बिल्कुल साफ है - सरकार निश्चिंत है!! युवाओं अब जागो! अधिकार की आवाज उठाओ!'' जीतू पटवारी ने शनिवार को भी एमपीपीएसपी प्री 2024 को लेकर लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा था जिसमें उन्होंने दावा किया था कि पेपर टेलीग्राम पर 2500 रुपये में नीलाम हो रहे हैं.
चैन की नींद सोई @BJP4MP सरकार बताने की स्थिति में नहीं है कि यह क्या हो रहा है, क्यों हो रहा है, इसका असर क्या होगा, कब तक होगा, कुछ होगा भी या नहीं होगा? वजह बिल्कुल साफ है - सरकार निश्चिंत है!!
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) June 23, 2024
युवाओं अब जागो!
अधिकार की आवाज उठाओ! https://t.co/J1NO8DlGPa pic.twitter.com/1qCDhL5xkD
2500 रुपये में बिक रहे पेपर- पटवारी
पटवारी ने शनिवार को कहा था कि, "बीजेपी नेतृत्व में चल रहे राष्ट्रव्यापी पेपर लीक अभियान में क्या मध्यप्रदेश की यह प्रतिष्ठापूर्ण परीक्षा भी शामिल हो गई है? क्या इसका पेपर भी लीक हो चुका है? क्योंकि, शुक्रवार रात 12 बजे से टेलीग्राम पर पेपर नीलाम हो रहे हैं! कीमत है 2500 रुपए! सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा सामान्य अध्ययन का पेपर बिल्कुल वैसा ही है, जैसा प्रारंभिक परीक्षा में आता है!''
उल्टे सीधे प्रमाण दे रही सरकार - पटवारी
पटवारी ने आगे बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, ''दरअसल पेपर लीक और भर्ती घोटाले का लघु से लेकर दीर्घ उद्योग चलाने वाले इस बात को भली-भांति समझ गए हैं कि ज्यादा हंगामा मचाया जाए तो जांच की घोषणा कर दो! उल्टे सीधे प्रमाण उपलब्ध करवा दो! यदि मामला गंभीर हो रहा है, तो निरस्त कर दो! संगठित अपराध की तरह चल रहा भर्ती और परीक्षा का यह खेल, जब तक किसी बड़े विरोध की वजह नहीं बनेगा, अहंकार और अति-अति आत्मविश्वास की शिकार सरकार इसी तरह लूट की खुली छूट देती रहेगी!''
ये भी पढ़ें- MP News: 'कांग्रेस के निर्णायक आंदोलन के लिए...', जीतू पटवारी ने मोहन सरकार को किस मामले में दी चेतावनी?