Jyotiraditya Scindia on MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में सक्रिय केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कार्यकर्ताओं के बीच कहा कि सामान्य तौर पर नेताओं को तब कार्यकर्ताओं की याद आती है जब चुनाव आते हैं. कांग्रेस ने इस बात पर कहा कि केंद्रीय मंत्री की जुबान से मन की बात निकल गई. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दोनों ग्वालियर-चंबल संभाग के बूथ स्तर पर जाकर कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं. उन्होंने घाटीगांव और मोहना में कार्यक्रम के दौरान कह दिया कि सामान्य तौर पर नेताओं को तब कार्यकर्ताओं की याद आती है, जब चुनाव आते हैं. इस बात पर कांग्रेस ने भी सिंधिया पर तंज कस दिया. 


बीजेपी में शामिल होने के बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में पहली बार ग्वालियर-चंबल संभाग में चुनाव लड़ा जा रहा है. यही वजह है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. हालांकि समय-समय पर कांग्रेस उन पर निशाना साधने में भी नहीं चूक रही है. हाल ही में उन्होंने घाटीगांव और मोहना में बूथ स्तर के सम्मेलन में हिस्सा लिया. उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सामान्य तौर पर नेताओं को तब कार्यकर्ताओं की याद आती है, जब चुनाव होते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बूथ स्तर पर जो कार्यकर्ता मेहनत कर रहा है, उसी की बदौलत बीजेपी चुनाव जीत रही है. सिंधिया ने बूथ स्तर पर सम्मेलन प्रतिवर्ष किए जाने का भी ऐलान कर दिया.


आखिरकार दिल की बात निकल ही गई- कांग्रेस
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाषण पर कांग्रेस ने तंज कसा है. पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि दिल की बात कभी ना कभी जुबान पर आ जाती है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिराज सिंधिया ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया कि जब चुनाव आते हैं तब जनता को याद किया जाता है. केंद्रीय मंत्री का बोलने का तरीका भले ही कुछ भी हो मगर आम लोग इसके मायने अच्छी तरह समझते हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में ग्वालियर चंबल संभाग से बीजेपी साफ हो जाएगी.


सिंधिया ने कुछ यूं किया था संबोधित
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बौद्ध स्तर पर आयोजित सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए कहा कि सामान्य तौर पर नेताओं को तब कार्यकर्ताओं की याद आती है जब चुनाव आते हैं लेकिन यह बूथ स्तर पर सम्मेलन हर साल आयोजित किया जाएगा.उन्होंने अभी कहा कि रिश्ता निभाने की शुरुआत बूथ स्तर के कार्यकर्ता को करना पड़ेगी. जितनी मेहनत कार्यकर्ता करेंगे उससे ज्यादा वे खुद मेहनत करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम आपके और हमारे रिश्ते की शुरुआत है. चुनाव के बाद भी यह रिश्ता आगे और बढ़ेगा. 


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