ज्योतिरादित्य सिंधिया के जूते पहनकर कांवड़ उठाने पर गरमाई सियासत, जानें अब क्या बोले पंडित?
Jyotiraditya Scindia News: मध्य प्रदेश के गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया की जूते पहनकर कांवड़ उठाने की तस्वीर वायरल हो रही है, जिसपर कांग्रेस ने जमकर निशाना साधा है.
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Jyotiraditya Scindia News: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना में कांवड़ यात्रा उठाकर सावन के महीने में धर्म लाभ जरूर कमाया मगर इसे लेकर भी जमकर राजनीति हो रही है. कांग्रेस नेता के के मिश्रा ने सोशल मीडिया पर सिंधिया का फोटो वायरल करते हुए लिखा है कि जूते पहनकर केंद्रीय मंत्री ने कांवड़ उठाकर गुना में गुनाह किया है. हालांकि इस मामले में पंडितों की अपनी अलग-अलग राय है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना में अपने दौरे के दौरान कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. इस बीच कांवड़ उठाकर कांवड़ यात्रियों के साथ धर्म लाभ कमाया, लेकिन एक तस्वीर की वजह से वह विवादों में घिर गए. सिंधिया के कांवड़ उठाने को लेकर कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने सोशल मीडिया पर एक फोटो के साथ पोस्ट करते हुए लिखा है कि जूते पहनकर कांवड़ यात्रा उठाना गलत है. केंद्रीय मंत्री ने धर्म लाभ कमाने के चक्कर में गुना में गुनाह किया है.
जूते पहनकर कांवड़ उठाने पर क्या बोले पंडित?
जूते पहनकर कांवड़ यात्रा उठाने को लेकर पंडितों के अलग-अलग मत हैं. पंडित केशव शर्मा का कहना है कि कांवड़ यात्रा नंगे पैर ही संपन्न होती है. जब भगवान की भक्ति भावना से पूजा की जाती है उस समय चप्पल या जूते नहीं पहने जाते हैं. कांवड़ यात्रा भी भक्ति का माध्यम है. इस दौरान कांवड़ उठाने वाले श्रद्धालु भोजन भी ग्रहण नहीं करते हैं. वे भूखे पेट ही कांवड़ यात्रा उठते हैं. इस दौरान फलाहार जरूर करते हैं.
दूसरी तरफ ज्योतिषाचार्य पंडित राहुल भारद्वाज के मुताबिक श्रद्धालु अपनी श्रद्धा के अनुसार कांवड़ यात्रा में शामिल होते हैं. कुछ लोग नंगे पैर चलने और भूखे रहने की मन्नत लेते हैं, जिसे वह पूरा करते हैं मगर जूते पहनकर भी कांवड़ यात्रा निकली जा सकती है. भगवान कभी भी नहीं चाहते हैं कि उनके भक्तों को अपने धार्मिक यात्रा में किसी प्रकार का कष्ट उठाना पड़े, इसलिए भगवान केवल भक्ति और भाव देखते हैं.
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