Jyotiraditya Scindia in Gwalior: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का सर्वे तीन-चार दिन बाद शुरू किया जाए. केंद्रीय मंत्री ने भावुक होते हुए कहा कि किसानों की खुशी में भले ही सिंधिया परिवार के मुखिया के रूप में वे शामिल नहीं हों लेकिन उनके दुख दर्द में जरूर सबसे आगे खड़े रहेंगे.


'जल्दबाजी में नहीं होगा फसल नुकसान का सर्वे'


केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार को ग्वालियर के दौरे पर थे. उन्होंने घाटीगांव, बड़कुआ, ओरन-पटाई आदि ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर किसानों से मुलाकात की. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किसानों से कहा कि मध्य प्रदेश सरकार और वे हमेशा किसानों के दुख दर्द में उनके साथ खड़े हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह भी कहा कि अभी किसानों की फसल का सर्वे नहीं होना चाहिए.


जब ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश होती है तो प्राथमिक तौर पर नुकसानी 20% ही नजर आता है लेकिन तीन-चार दिन बाद नुकसान और बढ़ जाता है, इसलिए उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि 48 घंटे बाद धीरे-धीरे फसल का सर्वे किया जाए ताकि नुकसाना का सही आकलन हो सके.


 






'ढाई सौ साल पुराना है सिंधिया परिवार का किसानों से रिश्ता'
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किसानों के बीच कहा कि उनका किसानों से रिश्ता कोई कल परसों का नहीं है बल्कि सिंधिया परिवार का किसानों से रिश्ता ढाई सौ साल पुराना है.


केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि गांव के कोई भी प्रतिनिधिमंडल उनके पास सड़क की समस्या को लेकर नहीं पहुंचे थे, इसके बावजूद उन्होंने मखमल जैसी सड़क का निर्माण करा दिया. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पता है कि अब सिंचाई की समस्या को लेकर ग्रामीण चिंतित हैं, इस समस्या का भी शीघ्र समाधान किया जाएगा. 


चुनाव के पहले हर हफ्ते आ रहे हैं ग्वालियर 
मध्य प्रदेश में इसी साल होने वाले चुनाव को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की ग्वालियर चंबल क्षेत्र में सक्रियता बढ़ गई है. अब वह हर हफ्ते ग्वालियर क्षेत्र को समय दे रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव को लेकर अभी से कमर कस ली है.


गौरतलब है कि कमलनाथ सरकार को ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से ही काफी बढ़ोतरी मिली थी, जिसके बाद मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार बन गई थी. इस बार सिंधिया की पूरी कोशिश रहेगी कि बीजेपी को ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से अधिक नुकसान न उठाना पड़े.


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