'लिखी बातें ना कभी पूरी हो पाएंगी और ना....', ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस पर तंज
Jyotiraditya Scindia News: कांग्रेस के घोषणापत्र पर बीजेपी के नेता लगातार घेर रहे है. ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की भी कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर प्रतिक्रिया आई है.
Jyotiraditya Scindia Reaction on Congress Manifesto: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के इलेक्शन मेनिफेस्टो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र बताए जाने के बाद राजनीति गर्मा गई है. बीजेपी की दूसरी पंक्ति के नेता भी घोषणा पत्र के बहाने कांग्रेस को निशाने पर ले रहे है. अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर तंज करते हुए कहा कि ये खुद के टूटे सपनों और पुराने अधूरे वादों के अवशेष समेटे, केवल एक प्रक्रिया को निपटाने के लिए तैयार किया गया हताशा पत्र है.
सिंधिया का कांग्रेस के घोषणा पत्र पर निशाना
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र अपने आप में एक अजूबा है! इसका विकसित भारत की आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई लेना देना नहीं है, बल्कि ये बस उनके खुद के टूटे सपनों और पुराने अधूरे वादों के अवशेष समेटे, केवल एक प्रक्रिया को निपटाने के लिए तैयार किया गया हताशा पत्र है! शायद उनके नेता भी ये समझते हैं कि इस पत्र में लिखी बातें ना कभी पूरी हो पाएंगी और ना ही ये आने वाले युग के लिए है.
‘कांग्रेस अन्याय के पहाड़ पर बैठी हुई है’
इसके पूर्व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी कांग्रेस की घोषणा पत्र पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अन्याय के पहाड़ पर बैठी हुई है. किसान, मजदूर, युवा, सबके साथ इन्होंने अन्याय किया है. ऐसे में उनके मुंह पर न्याय शब्द शोभा नहीं देता है. इस लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने महिलाओं के साथ अन्याय किया. मध्य प्रदेश में एक जगह कांग्रेस से महिला लड़ रही है जबकि ठीक इसके उलट प्रदेश में बीजेपी की 6 महिला उम्मीदवार मैदान में हैं.
‘परिवार से बाहर किसी की हिस्सेदारी बर्दाश्त नहीं करते’
सीएम यादव ने आगे कहा कि कांग्रेस समेत 'इंडिया' गठबंधन के नेता अपने परिवार से बाहर किसी की हिस्सेदारी बर्दाश्त नहीं करते हैं. कौन-कौन से घोटाले उनके द्वारा किए गए, ये सबको पता है. उन्होंने कहा कि इनके राज में गरीब, मजदूरों के हक का पैसा कभी भी उनके खाते में जाने नहीं दिया गया. खुद राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने भी ये स्वीकार किया था कि केंद्र से चला 1 रुपये में से महज 15 पैसा ही लाभार्थियों के पास पहुंचता है.
राहुल गांधी युवाओं को दी 5 गारंटी
इसी बीच नेता राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'X' पर यूथ को कांग्रेस की पांच गारंटी गिनाते हुए एक मैसेज दिया. उन्होंने लिखा कि,"देश के युवाओं! कांग्रेस आपको 5 ऐतिहासिक गारंटियां दे रही है जो आपकी तकदीर बदल देगी."
1. भर्ती भरोसा : 30 लाख सरकारी पदों पर तत्काल स्थायी नियुक्ति की गारंटी.
2. पहली नौकरी पक्की : हर ग्रेजुएट और डिप्लोमाधारी को एक लाख रू प्रतिवर्ष स्टाइपेंड के अप्रेंटिसशिप की गारंटी.
3. पेपर लीक से मुक्ति : पेपर लीक रोकने के लिए नया कानून बना कर विश्वसनीय ढंग से परीक्षा के आयोजन की गारंटी.
4. GIG इकॉनोमी में सामाजिक सुरक्षा : GIG इकॉनोमी की वर्क फोर्स के लिए काम की बेहतर परिस्थितियों, पेंशन और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी.
5. युवा रोशनी: ₹5000 करोड़ के राष्ट्रीय कोष से ज़िला स्तर पर युवाओं को स्टार्ट-अप फंड देकर उन्हें उद्यमी बनाने की गारंटी. युवाओं के सपनों को हकीकत बनाना कांग्रेस का संकल्प है.
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