Madhya Pradesh News: "सुबह-ए-बनारस, शाम-ए-अवध, शब-ए-मालवा" जी हां मुगल कुछ ऐसा ही अनुभव करके गए थे, लेकिन मालवा अब गर्म होने लगा है. इंदौर में बढ़ते तापमान के बीच कैलाश विजयवर्गीय ने इसे लेकर चिंता जताई है. कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में मानसून आने के पहले 51 लाख पौधे लगाने जा रहे हैं. बड़ी बात यह है कि यह 51 लाख पौधे मात्र तीन घंटे में लगाए जाएंगे और एक नया विश्व रिकॉर्ड भी बनाया जाएगा.


हालांकि, यह बात कुछ लोगों को हजम नहीं हो रही है कि आखिर तीन घंटे में 51 लाख पौधे कैसे लगाए जा सकते हैं. ऐसे में कैलाश विजयवर्गीय के पास पौधारोपण के लिए प्लान है और उन्होंने इसे शेयर किया. नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रकृति संरक्षण को लेकर बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि हम आने वाले समय में 51 लाख पौधे महज तीन घंटे में लगाकर रिकॉर्ड बनाएंगे. इंदौर में यह पौधे लगाए जाएंगे और इसके लिए अलग-अलग स्तर पर चर्चा हो चुकी है और पौधों की व्यवस्था भी कर ली गई है.


इंदौर में पिछले दिनों तापमान 47 डिग्री तक चला गया था. ऐसे में लगातार मालवा का तापमान बढ़ रहा है और मालवा को मुगलों द्वारा शब-ए-मालवा कहा जाता था. यानी गर्मियों में भी यहां की रातें ठंडी होती थी, लेकिन अब वैसा नहीं है. तापमान लगातार बढ़ रहा है और पेड़ भी लगातार कट रहे हैं. विकास के नाम पर पेड़ों को काटा जा रहा है और अनियंत्रित तरीके से कटाई हो रही है. 


तीन घंटे में लगेंगे 51 लाख पौधे
वहीं पौधारोपण की बात करें तो पिछले कुछ सालों में पौधारोपण जरूर किया गया, लेकिन अब तक उसके बेहतर परिणाम दिखाई नहीं दिए. भीषण गर्मी में इंदौर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा होता है और गर्मी में लोग बाहर नहीं निकाल पाते. ऐसे में प्रकृति के संरक्षण की बात करते हुए नगरी प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय आगे आए हैं. उन्होंने कहा है कि हम इंदौर को बचने के लिए 51 लाख पौधे लगाएंगे और एक नया रिकॉर्ड बनाएंगे. उन्होंने कहा कि यह पौधे महज तीन घंटे में लगाए जाएंगे इसके लिए कैलाश विजयवर्गीय ने प्लान तैयार किया है.


विजयवर्गीय का कहना है कि कायदे से प्रत्येक व्यक्ति के हिसाब से 100 पेड़ होना जरूरी है, लेकिन हमारे यहां आंकड़ा बेहद कम है. इसको बढ़ाने के लिए ही इस अभियान को शुरू किया गया है. उन्होंने कहा कि 28 लाख पौधों की व्यवस्था मध्य प्रदेश शासन से हो चुकी है. इसके अलावा पुणे, बेंगलुरु और अन्य शहरों से पौधे इंदौर मांगे जा रहे हैं.


इंदौर के अलग-अलग सामाजिक संगठनों, व्यापारियों, प्रॉपर्टी व्यापारियों, बड़े बिल्डर, इंदौर शहर के सामाजिक संगठन, युवाओं और आम नागरिकों की एक बड़ी लिस्ट भी बना ली गई है. जिन्हें पौधे लगाने के लिए नियुक्त किया गया है. इसके लिए अलग-अलग जगह पर इंदौर विकास प्राधिकरण, नगर निगम और अन्य एजेंसियों की सहायता से गड्ढे खोदने का काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि इंदौर में ग्रीन बेल्ट बड़ी संख्या में उपलब्ध है जहां ये पौधे लगाए जायेंगे. 



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