MP Politics: मध्य प्रदेश के छतरपुर का बागेश्वर धाम अब लोगों के मन की बात जानने के लिए ही नहीं, बल्कि राजनेताओं के पावर सेंटर के रूप में भी जाना जा रहा है. बागेश्वर धाम से मिली चिट्ठी देखकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मंद-मंद मुस्कुराकर आशीर्वाद लेने के लिए आगे बढ़ गए. चिट्ठी में काफी छोटे अक्षरों से क्या लिखा गया था? इसके अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं. 


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से हुई मुलाकात अब सियासी गलियारों में भी गर्माती जा रही है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ उनकी सरकार में रहे मंत्री और वर्तमान विधायक सज्जन सिंह वर्मा भी बागेश्वर धाम पहुंचे थे. विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान कहा कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री का पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को बुलावा आया था. उन्होंने कहा था कि 13 फरवरी से लगातार उनके यहां धार्मिक आयोजन होने जा रहे हैं. इस आयोजन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को आमंत्रण दिया गया था. 


सज्जन सिंह वर्मा ने बताया कि सोमवार को पन्ना में आयोजित राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पहुंचे थे. इसी दौरान वे बागेश्वर धाम भी पहुंच गए. बागेश्वर धाम और कार्यक्रम स्थल की दूरी काफी कम थी. जब उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री से आशीर्वाद लिया तो उन्होंने एक पर्ची लिखकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के हाथों में थमा दी. यह पर्ची खोलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मुस्कुरा उठे और आशीर्वाद लेने के लिए आगे बढ़ गए. 


पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बताया कि चिट्ठी में जो लिखा था वह कमलनाथ और महाराज के बीच बात है, लेकिन जो कुछ भी लिखा था उसे देखकर कमलनाथ का चेहरा खिल गया. अब चिट्ठी में लिखे सियासी आशीर्वाद को लेकर कई मायने निकाले जा रहे हैं. यह भी कहा जा रहा है कि बागेश्वर धाम से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक बार फिर मध्य प्रदेश कुर्सी का आशीर्वाद मिल गया है. इसकी पुष्टि कांग्रेस नेता नहीं कर रहे हैं, लेकिन इतना जरूर कहा जा रहा है कि अनूकुल परिस्थितियां आने वाली हैं.


समाज में समरसता को लेकर हुई लंबी चर्चा
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बीच समरसता को लेकर काफी देर तक चर्चा हुई. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि समाज में वैमनस्यता को रोकना अति आवश्यक है. इसके लिए सभी के दिलों में सद्भाव की भावना भरना जरूरी है. उन्होंने यह भी कहा कि बागेश्वर धाम से यदि समरसता का संदेश जाएगा तो निश्चित ही सफलता प्राप्त होगी. धीरेंद्र शास्त्री ने उनसे कहा कि वे इस दिशा में जरूर सफलता के लिए प्रयास करेंगे. 


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