Kamal Nath Meeting with Congress Leaders: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) आज (25 फरवरी) कांग्रेस की बैठक में शामिल हुए. लोकसभा चुनाव और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर हुई कांग्रेस कमिटी की इस बैठक में मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और विवेक तन्खा समेत कई नेता शामिल हुए. यह बैठक वर्चुअली आयोजित की गई थी जिसमें कमलनाथ ने उम्मीदवारों के नाम की सूची बनाने पर जोर दिया. और कहा कि जिस भी सीट पर प्रत्याशी तय हो गए हों उन्हें यह बता दिया जाए कि उनका नाम फाइनल हो गया है ताकि वे अपनी टीम बनाकर चुनाव की तैयारी शुरू कर सकें. बता दें कि कमलनाथ कांग्रेस की बैठक में ऐसे समय में शामिल हुए हैं जब कुछ दिन पहले उनके बीजेपी में जाने की अटकलें चल रही थीं.
कमलनाथ ने मीटिंग में कहा, ''हमारे प्रमुख कार्य राहुल जी की यात्रा और लोकसभा चुनाव की तैयारी है. राहुल गांधी की यात्रा की तारीख तय हो गई है. यह यात्रा पिछली बार से और ज्यादा सफल साबित हो उस दिशा में काम करना होगा. हमने प्रभारी तो बना दिए हैं लेकिन इसमें स्थानीय लोगों की बड़ी भूमिका होती है. जब तक स्थानीय लोग शामिल नहीं होंगे यह सफल नहीं होगी. यात्रा से जो वातावरण बनेगा वह पूरे प्रदेश में जाएगा. वह वातावरण बनाना चुनाव से पहले जरूरी है.''
जहां कहा जाएगा प्रचार करूंगा- कमलनाथ
पूर्व पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा, ''हमारा दूसरा मुद्दा लोकसभा चुनाव है. कुछ दिनों में चुनाव की घोषणा हो सकती है. अप्रैल के तीसरे हफ्ते में चुनाव होगा ऐसा कहा जा रहा है तो हमें सोचना होगा कि हमारे पास कितना समय है. यह स्क्रीनिंग कमिटी तय कर ले. पूरी सूची (उम्मीदवारों की) बनाने के चक्कर में न पड़ें लेकिन जितने तय हो जाते हैं वह तो अपना काम शुरू कर पाएं. लोकसभा चुनाव में मेरा योगदान रहेगा जिस तरह से पहले प्रचार किया था वैसे ही करूंगा. जहां जरूरत पड़ेगी,जाउंगा. सबको बता दें कि किसे कहां लड़ना है ताकि वह अपनी टीम बनाए और अपना काम शुरू करे."
ईवीएम के चक्कर में न पड़ें- कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि यह चुनौती बड़ी है. इसमें समय भी बहुत आवश्यक है. लोकसभा क्षेत्र में 20-22 दिन पर्याप्त नहीं होते हैं. न्याय यात्रा की समाप्ति के साथ ही लोकसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना है. उनका मनोबल टूटा हुआ है.'' कमलनाथ ने इस दौरान कहा कि हमें ईवीएम के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए. ईवीएम केवल मध्य प्रदेश और एक पार्टी का मसला नहीं, बल्कि यह पूरे देश और सभी पार्टियों का मसला है. यह मुद्दा दिग्विजय सिंह देख रहे हैं उन्हें ही देखने दें.
ये भी पढ़ें- Amit Shah MP Visit: अमित शाह आज MP में करेंगे लोकसभा चुनाव का शंखनाद, ग्वालियर और भोपाल में सम्मेलन