Kamal Nath on Bajrang Dal Ban: कर्नाटक चुनाव से शुरू हुआ 'बजरंग दल' का विवाद मध्य प्रदेश तक आ पहुंचा है. एमपी में 6 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले है. इसलिए राज्य के दोनों ही प्रमुख दल बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे को सवालों के घेरे में लाने का मौका नहीं चूकते है. बजरंग बली और बजरंग दल को लेकर कर्नाटक में मचे घमासान पर मध्य प्रदेश में हवा देने का काम सबसे पहले बीजेपी ने किया है. बीजेपी की ओर से गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ को पत्र लिखकर सवाल किया है कि क्या वे मध्य प्रदेश में भी बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में है, तो जवाब में कमलनाथ ने कहा कि नफरत फैलाने वाले संगठनों पर बैन की बात तो सुप्रीम कोर्ट ही करता है, इसमें नया क्या है.


दरअसल, कर्नाटक में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है. इसके बाद से ही यह मामला बजरंग दल से शुरू होकर बजरंग बली तक पहुंच गया है. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिखकर पूछा है कि आप इस निर्णय के पक्ष में हैं या विपक्ष में?



नरोत्तम मिश्रा के पत्र का मजमून
नरोत्तम मिश्रा ने पत्र में लिखा, 'आदरणीय कमलनाथ जी आशा है कि आप सकुशल होंगे. मंगलवार को कर्नाटक में कांग्रेस के द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में पीएफआई जैसे राष्ट्र विरोधी संगठन के साथ बजरंग दल जैसे राष्ट्र सेवी संगठन पर प्रतिबंध लगाने की जो घोषणा की गई है, उसने सभी धर्म प्रेमियों और राष्ट्र भक्तों के मन में गहन वेदना उत्पन्न की है. कमलनाथ जी, मैंने आपके कई वीडियो और चित्र देखे हैं जिनमें भगवान बजरंगबली के प्रति आपकी भक्ति साधना प्रदर्शित की गई है. बजरंगबली के प्रति आपकी श्रद्धा-भक्ति समय-समय पर कई बार मीडिया के माध्यम से भी देखी और सुनी गई है. ऐसे में कोई भी बजरंग भक्त ऐसा नहीं होगा जो कर्नाटक में कांग्रेस के द्वारा बजरंग दल पर प्रतिबंध की घोषणा से आहत न हुआ हो.'


मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने आगे लिखा, 'आपकी पार्टी के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह जी भी कर्नाटक घोषणा पत्र के इस बिंदू से सहमत हैं और वह पूर्व में मुख्यमंत्री रहते समय अपने कार्यकाल में बजरंग दल पर लगाए गए प्रतिबंध की बात को दोहरा रहे हैं. मेरा आपसे आग्रह है कि आप इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया स्पष्ट करें कि आप इस निर्णय के पक्ष में हैं या विपक्ष में. आपका अभिमत करोड़ों अरबों हिंदुओं की आस्था और धर्म के लिए बेहद आवश्यक है.'


कमलनाथ का जवाब
वहीं, जब तेजगढ़ में पत्रकारों ने कमलनाथ से पूछा कि मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणापत्र में भी बजरंग दल पर पाबंदी लगाने की बात होगी तो उन्होंने कहा कि नफ़रत फैलाने वाले संगठनों पर बेन की बात तो सुप्रीम कोर्ट ही करता है, इसमें नया क्या है. हमारी सामाजिक एकता की बात तो सभी करते है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मेनिफेस्टो कमेटी की बैठक सभी मामलों पर फैसला करेगी.कमलनाथ ने यह भी कहा कि बजरंग दल पर बैन और हनुमान जी का क्या संबंध है.


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