MP Elections 2023: सिंधिया समर्थक मंत्रियों को उन्हीं के गढ़ में घेरेगी कांग्रेस, कमलनाथ की प्लानिंग के पीछे है यह वजह
MP Assembly Elections: मध्य प्रदेश में साल के अंत में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. चुनाव को लेकर कमलनाथ खास रणनीति पर काम कर रहे हैं.
MP Politics News: पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) की नई रणनीति से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के समर्थक विधायक और मंत्री टेंशन में आ गए हैं. कांग्रेस (Congress) की प्लानिंग सिंधिया समर्थक विधायकों को उन्हीं के गढ़ में घेरना है. हालांकि कांग्रेस की इस प्लानिंग का जवाब देने के लिए सिंधिया ने भी कमर कस ली है और वह अब दिल्ली से ज्यादा मध्य प्रदेश में समय दे रहे हैं.
कांग्रेस द्वारा बनाई गई प्लानिंग का श्री गणेश आज से होने जा रहा है. कमलनाथ गुरुवार को उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के विधानसभा क्षेत्र बदनावरी पहुंच रहे हैं, जहां वह सभा को संबोधित करेंगे. इधर राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्वाचन क्षेत्र दतिया में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उन्हें जीत का मंत्र देंगे. इधर अखिल भारतीय कांग्रेस द्वारा नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक भी मंत्रियों के क्षेत्रों में पहुंचकर कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे. जल्द ही मंत्रियों के क्षेत्रों में कांग्रेस एक-एक जनसभा आयोजित करने जा रही है.
इन विधायकों-मंत्रियों ने दिया था इस्तीफा
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के जिन समर्थक विधायकों और मंत्रियों ने कांग्रेस सरकार से इस्तीफा दिया था उनमें प्रदुम्न सिंह तोमर, रघुराज कंसाना, कमलेश जाटव, रक्षा संत्राव भांडेर, जजपाल सिंह जज्जी, इमरत देवी, प्रभुराम चौधरी, तुलसी सिलावट, सुरेश धाकड़, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, ओपी एस भदौरिया, रणवीर जाटव, गिरराज दंडोतिया, जसवंत जाटव, गोविंद राजपूत, हरददीप डंग, मुन्नालाल गोयल, ब्रिजेन्द्र यादव, मोहन सिंह राठौड़, बिसाहूलाल सिंह, ऐदल सिंह कसाना, मनोज चौधरी शामिल थे. इनमें छह मंत्री भी थे, जिनमें गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रधुम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी और महेन्द्र सिंह सिसोदिया शामिल हैं.
सिंधिया ने भी कसी कमर
इधर कांग्रेस द्वारा बनाई गई प्लानिंग का जवाब देने के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कमर कस ली है. सिंधिया अपना ज्यादा से ज्यादा समय मध्य प्रदेश को देने लगे हैं. लगभग सप्ताह में एक या दो बार सिंधिया का मध्य प्रदेश में किसी न किसी जिले में दौरा बना रहता है. सिंधिया अपने दौरे पर समर्थक विधायकों के लिए जमीन मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं.
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