Jabalpur News : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार की विकास यात्रा को 'फ्रॉड यात्रा' करार दिया है. उन्होंने कहा कि ये चुनावी नौटंकी है. आखिरी 7 महीने में बीजेपी जनता को गुमराह करना चाहती है. जनता आज मेरी 15 माह की सरकार याद कर रही है. मुझे प्रदेश के मतदाताओं पर पूरा भरोसा है.


तोप संबंधी बयान पर दी सफाई 


प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने जबलपुर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तोप संबंधी अपने बयान पर सफाई भी दी. उन्होंने कहा कि मुझसे पूछा गया था कि, कांग्रेस में पहले बड़े-बड़े तोप थे तो मैंने कहा कि मुझे तोपों की जरूरत नहीं है, और यह बात सही भी है कि वे कांग्रेस में नहीं हैं तो नहीं हैं.


ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बयान पर किया था ट्वीट


यहां बता दें कि शुक्रवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए कमलनाथ के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने लिखा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस के 15 महीनों की तोप सरकार का रेकार्ड :-


1. तबादला उद्योग
2. वादाखिलाफी
3. भ्रष्टाचार
4. माफिया-राज


@OfficeOfKNath जी, अच्छा है आपकी इस “तोप” की परिभाषा में फिट नहीं हुआ.


आखिरी कुछ महीनों में जनता को गुमराह करने में लगे हैं सीएम


ज्योतिरादित्य सिंधिया पर अपने पुराने बयान से लगभग किनारा करते हुए कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विकास यात्रा पर निशाना साधा .उन्होंने कहा कि यह विकास यात्रा नहीं हुई बल्कि फ्रॉड यात्रा है.सीएम चौहान अब अपने कार्यकाल के आखिरी कुछ महीनों में जनता को गुमराह करने में लगे हुए हैं, लेकिन जनता को हमारा 15 माह का कार्यकाल आज भी याद है. मुझे जनता पर पूरा भरोसा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से जबलपुर में 25 और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का मेगा शो करने पर कमलनाथ ने कटाक्ष किया और कहा कि यहां से एक भी मंत्री उनके कैबिनेट में नहीं है. इतनी बड़ी उपेक्षा करने के बाद अब उन्हें जबलपुर और महाकौशल की याद आ रही है.


कांग्रेस के नर्मदा महोत्सव की शुरुआत की


एमपी पीसीसी चीफ कमलनाथ ने जबलपुर के नांदिया घाट पर कांग्रेस के 8 दिवसीय नर्मदा महोत्सव की शुरुआत भी की. इस दौरान नर्मदा पूजन के बाद उन्होंने कहा कि सिर्फ भाजपा ने धर्म का ठेका नहीं लिया है. हम धार्मिक हैं लेकिन पब्लिसिटी नहीं करते हैं. मैंने अपनी भावनाओं से प्रेरित होकर सबसे बड़ा हनुमान मंदिर बनवाया है. हम अपनी भावनाओं को सियासी मुद्दा नहीं बनाते हैं. कमलनाथ ने आरोप लगाया कि बीजेपी सिर्फ धर्म के आधार पर राजनीति करना चाहती है.


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