84 कोषीय चित्रकूट क्षेत्र स्थित सिद्धा पहाड़ की खुदाई पर पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलानाथ (Kamal Nath) ने सख्त रुख दिखाया है. उन्होंने धर्मप्रेमी बतानेवाली शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Dingh Chouhan) की सरकार पर निशाना साधा है. कमलनाथ का आरोप है कि अब मध्य प्रदेश के सतना (Satna) में स्थित सिद्धा पहाड़ को खोदने की शिवराज सरकार ने प्रक्रिया शुरू कर दी है. उन्होंने विरोध में कई ट्वीट कर सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी. कमलनाथ ने कहा कि खुद को धर्मप्रेमी बताने वाली शिवराज सरकार व्यावसायिक हितों के लिये लगातार धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ वाले निर्णय लेती आयी है.
राम के नाम पर मोर्चा खोलने को तैयार कमलनाथ
अब मध्यप्रदेश के सतना में स्थित सिद्धा पहाड़, जो कि राम वन गमन पथ पर स्थित है, जहां पर प्रभु श्री राम ने इस भूमि को निशाचरो से मुक्त करने की प्रतिज्ञा ली थी. उस पहाड़ को खनन की शिवराज सरकार ने प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है. आस्था के केन्द्र इस सिद्धा पहाड़ को खोदने हेतु मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा लोक सुनवाई करने का निर्णय लिया गया है. यह वह पहाड़ है जिसका उल्लेख रामचरित मानस और वाल्मीकि रामायण में भी है कि राक्षसों द्वारा ऋषि मुनियों का वध करने के बाद उनके अस्थि समूह से बने ढेर से यह पहाड़ बना है.
कमलनाथ ने कहा कि भगवान राम के नाम का राजनीति के लिये उपयोग करने वाली बीजेपी सरकार अब उनके अवशेषों को सुनियोजित तरीके से नष्ट करने का काम कर रही है. कांग्रेस इस पर चुप नहीं बैठेगी. राम के नाम पर सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ी जाएगी. जन आस्थाओं के विरोधी निर्णय के विरोध में हम सरकार से दो- दो हाथ करेंगे और भगवान श्री राम की यादों से जुड़े इस पहाड़ को नष्ट और खत्मत्म नहीं होने देंगे. अब देखने वाली बात होगी कि राम के नाम को लेकर मध्य प्रदेश में सियासत किस प्रकार से गर्म होती है. चित्रकूट में होने वाले खनन पर पूर्व मुख्यमंत्री के तेवर सख्त नजर आ रहे हैं. कमलनाथ राम के नाम पर बीजेपी और सरकार को घेरने का सीधा प्रयास करेंगे.