Indore News: इंदौर के महू में बुधवार रात आदिवासी युवती की संदिग्ध मौत का मामला तूल पकड़ने लगा है. प्रतिनिधिमंडल के बाद शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ परिजनों से मिलने घर पहुंच गए. परिजनों को सांत्वना देने के बाद उन्होंने प्रदेश सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए.


कमलनाथ ने युवती के परिजनों पर हुई एफआईआर की टाइमिंग पर भी सवाल उठाए. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अत्याचार का बादशाह करार दे दिया. उन्होंने कहा कि आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में प्रदेश नंबर वन है. इसका ताज शिवराज सिंह चौहान के सिर पर है.


कमलनाथ ने पुलिस और सरकार पर बोला हमला


आदिवासी युवती की मौत पर सवाल खड़े करते हुए कमलनाथ ने पीड़ित परिवार को कांग्रेस की तरफ से 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का एलान किया. उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नहीं आने पर निशाना साधा. बता दें कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आयोजन में शामिल होने खरगोन पहुंचे थे. पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि घटना के पहले ही युवती के परिजनों पर एफआईआर लिखी जा चुकी थी. उन्होंने एफआईआर की कॉपी और टाइमिंग दिखाते पुलिस की मिलीभगत का आरोप लगाया.






'FIR की टाइमिंग और घटनाक्रम दोनों ही अलग'


कमलनाथ ने कहा कि पुलिस दबाव में काम कर रही है. एफआईआर का समय और घटनाक्रम दोनों ही अलग-अलग हैं. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मैं चुनाव प्रचार करने नहीं आया बल्कि पीड़ित परिवार के घर दुख जताने आया हूं. हम सच्चाई के साथ हैं. बता दें कि कमलनाथ के साथ स्थानीय विधायक विजयलक्ष्मी साधौ सहित आदिवासी नेता बाला बच्चन, खरगोन विधायक रवि जोशी और जिलाध्यक्ष रवि नाइक मौजूद थे.


युवती की संदिग्ध मौत को परिजनों ने झूठा करार देकर गैंगरेप के बाद हत्या का आरोप लगाया था. गुस्साए लोगों ने पुलिस चौकी पर पथराव और तोड़फोड़ की. बवाल के बाद पुलिस ने परिजनों पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज कर लिया. कांग्रेस ने मुद्दे को तुरंत हाथों हाथ लपक लिया. 


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