Narottam Mishra on Kamal Nath: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नीमच (Neemuch) में बुधवार (6 सितंबर) को बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा (Jan Ashirwad Yatra) में पत्थरबाजी को पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) ने चीता (Cheetah) प्रोजेक्ट से जोड़ते हुए जनता का गुस्सा करार दिया है. कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि इस क्षेत्र की जनता पर बीजेपी (BJP) सरकार चीता प्रोजेक्ट की अव्यवहारिक योजना लाद रही है. क्षेत्र के किसान और ग्रामीणों की जमीन बुरी तरह प्रभावित है. पशुओं की चरागाह छीन ली गई है.


नीमच जिले की मनसा तहसील के रावली कुण्डी में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा पर बुधवार (6 सितंबर) को पथराव किया गया था. पथराव में कुछ गाड़ियों को नुकसान पहुंचा. पथराव के दौरान रथ में बीजेपी नेता मौजूद थे. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मंत्री मोहन यादव भी यात्रा में शामिल थे. इस मामले में नीमच पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. इस मामले में खेमा गुर्जर सहित 7 लोग गिरफ्तार हुए है.



नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर लगाया भड़काने का आरोप


बताया जा रहा है कि रावली कुण्डी में ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को लेकर यात्रा को घेर लिया था. इस दौरान तकरीबन 150 लोग यात्रा के सामने आ गए. बीजेपी नेताओं ने काफी देर तक उन्हें समझाने की कोशिश की, तभी अचानक यात्रा पर पथराव शुरू हो गया. इस हमले में यात्रा में शामिल वाहनों के शीशे फूट गए. नीमच की घटना को लेकर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा कमलनाथ पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'कमलनाथ ने पहले ही कहा था कि मणिपुर की तरह पथराव हो सकता है, वो पिछले 1 महीने से भड़काने का काम कर रहे थे. जो 7 लोग गिरफ्तार किये गये हैं, वो कांग्रेस से जुड़े लोग हैं.'


जन आशीर्वाद यात्रा पर जनता का निकल रहा गुस्सा- कमलनाथ


वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने नीमच में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा पर पथराव की घटना को चीता प्रोजेक्ट के प्रति लोगों की नाराजगी से जोड़ा है. कमलनाथ ने ट्वीटर पर अपने बयान में कहा है कि, 'नीमच-मंदसौर इलाके में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा पर जनता का गुस्सा निकल रहा है. यह बीजेपी सरकार पर अविश्वास का एक और उदाहरण है. इस क्षेत्र की जनता पर बीजेपी सरकार चीता प्रोजेक्ट की अव्यवहारिक योजना लाद रही है. क्षेत्र के किसान और ग्रामीणों की जमीन बुरी तरह प्रभावित है,पशुओं की चरागाह छीन ली गई है.'


कमलनाथ ने आगे कहा, 'यह क्षेत्र गुस्से से धधक रहा है, वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और बीजेपी के नेता सत्ता के नशे में चूर होकर जनभावनाओं की अनदेखी कर रहे हैं. मैं नीमच-मंदसौर इलाके की जनता के साथ हूं. मैं यह अन्याय नहीं होने दूंगा. मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि हालात पर तुरंत संज्ञान लें. अव्यवहारिक चीता प्रोजेक्ट की वजह से जमीन से वंचित हो रहे पशुपालकों और किसानों को राहत दें.'


चीता प्रोजेक्ट के फेंसिंग बाड़े से ग्रामीण नाराज


बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा पर जिस इलाके में पथराव की यह घटना हुई, वह गांधी सागर अभ्यारण एरिया में आता है. चीता प्रोजेक्ट के लिए यहां पर एक बाड़ा तैयार किया जा रहा है. जब से बाड़े की फेंसिंग शुरू की गई, तब से ही ग्रामीण इस का विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इससे उनके मवेशियों को चराने की जगह नहीं बचेगी. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गी ने मीडिया से चर्चा में माना कि कुछ लोगों ने वन विभाग की शिकायत करते हुए कहा था कि उनके मवेशियों को जाने नहीं दिया जा रहा है. वहीं, बीजेपी के जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार का कहना है कि चीता प्रोजेक्ट को लेकर विरोध की बातें गलत है.


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