MP Election 2023: 'अरे छोड़िए अखिलेश, वखिलेश को...' सपा नेता के बयान पर कमलनाथ की पहली प्रतिक्रिया
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध बढ़ता जा रहा है. सपा नेता के बयान पर अब कमलनाथ ने टिप्पणी की है.
मध्य प्रदेश चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच मची कलह पर राज्य इकाई के अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ ने पहली प्रतिक्रिया दी. वह शुक्रवार को छिंदवड़ा में थे. कमलनाथ ने कहा कि चुनावी माहौल बहुत अच्छा है. लोग हमें बता रहे हैं कि उनके बीच बहुत उत्साह है. हमें अपनी उम्मीद से ज्यादा सीटें मिलेंगी. अखिलेश यादव की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने कहा- अरे भाई छोड़ो अखिलेश, वखिलेश...'
अखिलेश के बयान पर सीएम शिवराज सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केवल मोदी जी की लोकप्रियता से घबराकर बीमेल गठनबंधन बना था, जो बनने से पहले ही टूट रहा है. इंडी गठनबंधन ने मप्र में रैली तय की थी, कमलनाथ जी ने कैंसिल करवा दी. घुसने से ही मना कर दिया, रोक दिया.
'दिल्ली में दोस्ती, राज्यों में कुश्ती'
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये अजीब गठनबंधन है. दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती. ऐसा कही होता है. ये 2024 के लिए बना और अभी जो अखिलेश यादव जी ने कल कहा है कि कांग्रेस ने सपा को एक साल तक धोखे में रखा. बातें करते रहे बाद में धोखा दे दिया. उनके कार्यकर्ता रात भर जगे, बठाया और जिन शब्दों का प्रयोग किया है, चिरकूट जैसे, इससे उनके मन की स्थिति समझी जा सकती है.
'कांग्रेस आपस में भी धोखा दे रही'
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने सपा को कितना धोखा दिया. सीएम ने कहा कि कांग्रेस आपस में भी धोखा दे रही है. अब मप्र में देख लीजिए, कांग्रेस लड़ रही है, सपा लड़ रही है, आप भी बाहे चढ़ाकर सामने खड़ी हैं, काहे का गठनबंधन. जब आज ही इस गठबंधन की ये स्थिति है कि आपस में लड़ रहे हैं तो इनके हाथों में देश का भविष्य कैसे दे सकते हैं. प्रदेश का भविष्य कैसे होगा.
अखिलेश ने फिर दिया नया बयान
वहीं अखिलेश यादव ने भी शुक्रवार को कांग्रेस के साथ विवाद पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि समजवादी पार्टी वही लड़ेगी जहां हमें समर्थन है .हमने छह सीटों की उम्मीद थी लगा चार मिल जायेगा लेकिन हमारे सिटिंग सीट पर भी प्रत्याशी लड़ा दिया. अगर आपको सीट नहीं देनी थी तो समजवादियों से बात नहीं करनी चाहिए थी. कांग्रेस ऐसा करेगी तो कौन साथ रहेगा.