MP News: कर्नाटक चुनाव के नतीजों पर कमलनाथ की पहली प्रतिक्रिया, जानिए- क्या कुछ कहा
Karnataka Elections Results: कर्नाटक के नतीजों से मध्य प्रदेश (MP Congress) में उत्साह है. मुरैना में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कमलनाथ ने प्रतिक्रिया दी है.
Karnataka Election 2023: कर्नाटक चुनाव के नतीजों (Karnataka Election Result 2023) से मध्य प्रदेश कांग्रेस खेमे में भी खुशी की लहर है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) में कर्नाटक में कांग्रेस की बढ़त पर प्रतिक्रिया दी है. मुरैना में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कर्नाटक की जीत कार्यकर्ताओं को समर्पित किया. उन्होंने कहा कि अब कर्नाटक नया इतिहास लिखेगा. राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने भी कहा कि रुझानों ने कांग्रेस के लिए अच्छा संकेत दिया है.
कर्नाटक में कांग्रेस की बढ़त पर कमलनाथ की आई प्रतिक्रिया
शनिवार (13 मई) को मुरैना दौरे पर आए पीसीसी चीफ कमलनाथ से पत्रकारों ने कर्नाटक के चुनाव नतीजों पर सवाल पूछा था. जवाब में उन्होंने नतीजों के अपडेट पर जानकारी नहीं होने की बात कही. पत्रकारों ने बताया कि कांग्रेस कर्नाटक में 118 सीटों के साथ बढ़त पर है. उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कर्नाटक के नतीजे कार्यकर्ताओं को समर्पित है. अब कर्नाटक नया इतिहास लिखेगा.
'कर्नाटक की जनता ने बीजेपी की बांटने की नीति को नकारा'
मध्य प्रदेश कांग्रेस के विधायक और पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत ने कहा कि कर्नाटक की जनता ने बीजेपी की बांटने की राजनीति को नकार दिया है. बीजेपी ने तोड़फोड़ करके कई सरकारें बनाई हैं. जनता ने बीजेपी की तोड़फोड़ की नीति को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक से जीत की शुरुआत हुई है. मध्य प्रदेश में भी आगे कांग्रेस का बढ़िया प्रदर्शन रहेगा. मध्य प्रदेश की जनता भी यही सबक बीजेपी को देगी.
#KarnatakaElection में @INCIndia की बढ़त पर @OfficeOfKNath का बयान,कर्नाटक की जीत कार्यकर्ताओं की है.अब कर्नाटक एक नया इतिहास लिखेगा.@abplive @digvijaya_28 @VTankha @brajeshabpnews @AshishSinghLIVE pic.twitter.com/J3C5iKPrpH
— AJAY TRIPATHI (ABP NEWS) (@ajay_media) May 13, 2023
विधायक तरुण भनोत ने आरोप लगाया कि मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाकर धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाना ही बीजेपी का काम है. अब बीजेपी का चाल, चरित्र और चेहरा देश की जनता समझ चुकी है. हमें याद है प्रदेश की कांग्रेस सरकार बचाने के लिए बेंगलुरु की सड़कों पर धरना दिया था.