Ghatkopar Hoarding Accident: मुंबई के घाटकोपर होर्डिंग हादसे में मध्य प्रदेश के जबलपुर के एयर ट्रैफिक कंट्रोल के रिटायर्ड जनरल मैनेजर मनोज चंसोरिया और उनकी पत्नी अनीता चंसोरिया की मौत हो गई है. उनका शव बुधवार (16 मई) को दुर्घटना के 55 घंटे बाद निकाला गया. इसी दिन दोपहर में मुंबई में ही चंसोरिया दम्पत्ति का अंतिम संस्कार कर दिया गया. बताया जा रहा है कि वो फिल्म स्टार कार्तिक आर्यन के मामा-मामी थे. रिटायरमेंट के बाद मनोज चंसोरिया अपनी पत्नी अनीता चंसोरिया के साथ पैतृक गृहनगर जबलपुर में रहते थे.
परिजनों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि सोमवार को मुंबई में आए तूफान के दौरान घाटकोपर में गिरे विशालकाय होर्डिंग की चपेट में आने से एयर ट्रैफिक कंट्रोल के रिटायर्ड जनरल मैनेजर मनोज चंसोरिया और उनकी पत्नी अनीता चंसोरिया की मौत हो गई. जबलपुर निवासी चंसोरिया दम्पत्ति का शव बुधवार को दुर्घटना के 55 घंटे बाद निकाला गया. मोबाइल की लास्ट लोकेशन के आधार पर उनके दुर्घटनाग्रस्त होर्डिंग में दबने का अनुमान लगाया गया था.
वीजा बनवाने के लिए गए थे मंबई
मृतक दम्पति का पैतृक घर जबलपुर के सिविल लाइन स्थित मरियम चौक के पास है. मनोज चंसोरिया बॉलीवुड एक्टर कार्तिक आर्यन के मामा और सुप्रसिद्ध मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉक्टर परिमल स्वामी के साले थे. परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार मनोज चंसोरिया मुंबई एयरपोर्ट में एयर ट्रैफिक कंट्रोल में जीएम के पद पर पदस्थ थे. 31 मार्च 2024 को रिटायर होने के बाद मनोज अपनी पत्नी के साथ जबलपुर आए थे. यहां से उन्हें अमेरिका में रहने वाले अपने बेटे यश चंसोरिया के पास जाना था. अमेरिका का वीजा बनवाने के लिए मनोज चंसोरिया अपनी पत्नी अनीता के साथ मुंबई गए थे.
कार में पेट्रोल भरवाते समय हुआ हादसा
इसके बाद सोमवार 13 मई 2024 को मनोज मुंबई से जबलपुर आने के लिए निकले थे. होर्डिंग हादसे वाले फ्यूल पंप पर रुककर वो कार में पेट्रोल भरवा रहे थे. इसी दौरान भयंकर तूफान आया और विशालकाय होर्डिंग गिर गया. जिसमें कई लोग दब गए थे. हादसे में चंसोरिया दम्पति की कार भी दब गई थी. दोनों की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई. मुंबई में माता-पिता के साथ हुए हादसे की जानकारी लगने पर मनोज का बेटा यश चंसोरिया अमेरिका से मुंबई पहुंचा. वहीं जबलपुर से कुछ रिश्तेदार और मनोज के जीजा डॉक्टर परिमल स्वामी, बहन डॉ. मधु स्वामी और मित्र विनय नेमा भी मुंबई पहुंचे.
बुधवार को मलबे में दबे शव निकाले जाने के बाद परिजनों ने मनोज की पहचान अंगूठी से की. उनकी पत्नी अनीता की पहचान उनके जेवरों से की गई. दोनों शव क्षत-विक्षत होने के कारण मुंबई में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया. हादसे का शिकार हुए मनोज जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में पदस्थ रहे डॉक्टर केपी चंसोरिया के बेटे थे. पिता की मौत के बाद मां कांति उनके साथ ही रहती थीं. उनकी शिक्षा जबलपुर में ही हुई थी. मुंबई में हुए हादसे में बेटा-बहू की मौत की जानकारी लगने पर परिवार में मातम का माहौल है.