Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर से कार्तिक जोशी शुक्रवार (5 जनवरी) अयोध्या के लिए रवाना हुए. आपको बता दें, कार्तिक यहां से अयोध्या तक 1008 किलोमीटर की यात्रा दौड़ते हुए पूरी करेंगे. वह 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साक्षी बनेंगे. इस मौके पर इंदौर से कार्तिक जोशी को कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गी ने विजय तिलक लगाकर रवाना किया.


इंदौर के अल्ट्रा रनर कार्तिक जोशी किसी पहचान के मोहताज नहीं है. इंदौर के अलावा भारत के अन्य राज्य और विदेशों तक अपनी पहचान और छाप छोड़ने वाले कार्तिक जोशी आज अल्ट्रा रनर के तौर पर जाने जाते हैं और कई हजार किलोमीटर की यात्राएं दौड़कर पूरी कर चुके हैं. पूरे जोश, जज्बे और साहस के साथ कार्तिक जोशी शुक्रवार को इंदौर से अयोध्या के लिए रवाना हुए.


उज्जैन महाकाल मंदिर से निकलेगी यात्रा 
शुक्रवार (5 जनवरी) सुबह आयोजित एक कार्यक्रम में रणजीत हनुमान मंदिर से कार्तिक जोशी ने हनुमान जी का आशीर्वाद लिया. उसके बाद उन्होंने अपनी यात्रा को अयोध्या के लिए शुरू किया. यह यात्रा उज्जैन महाकाल मंदिर होते हुए आगे निकलेगी और अयोध्या तक जाएगी. इस पूरी यात्रा में कार्तिक जोशी 1008 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे. जिसे वे दौड़कर पूरा करेंगे. इससे पहले भी कार्तिक जोशी कई कीर्तिमान रच चुके हैं और इंदौर का परचम लहरा चुके हैं.


अयोध्या जाने का कब आया विचार?
इस संबंध में कार्तिक जोशी से जब पूछा गया कि उनके मन में यह विचार कब आया? इस पर उन्हेंने कहा कि "अयोध्या तक दौड़कर अपने सफर को पूरा करना है और अयोध्या दर्शन करने के लिए अल्ट्रा रनिंग करके जाना है. उन्होंने कहा कि यह विचार उन्हें 2019 में आया था, जब राम मंदिर को लेकर फैसला सुनाया गया था. इसी दौरान उन्होंने यह फैसला कर लिया था कि वह अपने पैशन को आगे रखते हुए उसी के माध्यम से रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे." कार्तिक जोशी ने कहा कि "कोई विमान से जाता है, कोई ट्रेन से जाता है, कोई बस से जाता है, कोई साइकिल से जाता है और कोई पैदल जाता है. लेकिन मैं मेरे प्रोफेशन को आगे रखते हुए अल्ट्रा रनिंग करते हुए रामलला के दर्शन करने जाऊंगा."


14 दिन में पूरी करेंगे इंदौर से अयोध्या की दूरी
अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होगा. इस दौरान कार्तिक जोशी इंदौर से अयोध्या तक 14 दिनों तक दौड़ कर पहुंचेंगे. कार्तिक जोशी शुरुआत में 12 किलोमीटर की दौड़ लगाएंगे, इसके बाद वे उज्जैन के रास्ते गुना होते हुए झांसी जाएंगे. झांसी के बाद वह कानपुर, लखनऊ होकर अयोध्या पहुंचेंगे. कार्तिक ने बताया कि इस रास्ते की दूरी 985 किलोमीटर है, लेकिन वह इसे थोड़ा और लंबा करते हुए सनातनी अंक 1008 किलोमीटर का करते हुए, 14 दिनों में दौड़कर पूरा करेंगे.


'यात्रा से युवाओं को सनातन से है जोड़ना'
कार्तिक जोशी अयोध्या पहुंचने के बाद मंदिर प्रांगण की परिक्रमा करेंगे. कार्तिक ने इस सफर को लेकर बताया कि भगवान राम का 14 दिनों का वनवास था, इसलिए इस यात्रा को 14 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि "अगर दूरी के हिसाब से देखा जाए तो एक दिन में 75 किलोमीटर की दूरी मुझे पूरा करना है." कार्तिक कहते हैं कि "मेरी यात्रा का उद्देश्य युवाओं को सनातन धर्म से जोड़ना है."


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