Katni Tunnel Collapse: कटनी में 30 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी नहीं बच सकी दो मजदूरों की जान, मुआवजे का एलान
Katni Tunnel Accident: शासन ने दोनों मृतकों के परिजनों को चार चार लाख रु और घायलों को 50-50 हजार रु देने का ऐलान किया है. मजदूरों को निकालते समय एनडीआरएफ की लापरवाही उजागर हुई.
Katni Tunnel: मध्य प्रदेश के कटनी में नर्मदा घाटी परियोजना टनल हादसे में बड़ी खबर आई है. टनल के अंदर फंसे 2 मजदूरों की मौत हो गई. 30 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी दो मजदूरों की जान नहीं बचाया जा सकी. टनल के अंदर फंसे 2 मजदूरों के शवों को एनडीआरएफ टीम ने रविवार देर रात रेस्क्यू कर निकाला. शासन ने दोनों मृतकों के परिजनों को चार चार लाख रु और घायलों को 50-50 हजार रु देने का ऐलान किया है. बताया जा रहा है कि टनल में फंसे मजदूरों को निकालते समय एनडीआरएफ की बड़ी लापरवाही उजागर हुई.
NDRF की लापरवाही से दो मजदूर गंभीर रूप से चोटिल
टनल से मजदूरों को निर्दयतापूर्वक ट्रेन से खींचकर बाहर निकाला. एनडीआरएफ की बड़ी लापरवाही के कारण दो मजदूरों को गंभीर रूप से चोट आई. स्लीमनाबाद एसडीओपी मोनिका तिवारी ने दो मजदूरों की मौत की पुष्टि की है और हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि हम दोनों को बचा नहीं सके. शासन ने घायलों को 50-50 हजार रु की सहायता राशि और दोनों मृतक मजदूरों के परिजनों को चार चार लाख का मुआवजा दिए जाने की घोषण की है.
दो मजदूरों को निकालने के लिए 30 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन
गौरतलब है कि कटनी जिले के स्लीमनाबाद में शनिवार रात लगभग 8:00 बजे नर्मदा घाटी परियोजना के तहत बनाई जा रही अंडरग्राउंड टनल धंस गई थी. हादसे में 9 मजदूर टनल के अंदर फस गए थे. 7 मजदूरों को बाहर सुरक्षित निकालकर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. दो बचे मजदूरों को टनल से बाहर निकालने के लिए 30 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था. लेकिन कड़ी मशक्कत के बावजूद दोनों मजदूर भाग्यशाली साबित नहीं हुए.
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