MP Politics: केरल के छात्रों की MP में पिटाई से राहुल हुए खफा! CM विजयन ने भी जताई नाराजगी
Kerala student thrashed in IGNTU: इस मामले में केरल के 5 सांसदों ने भी विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर घटना पर कड़ा एतराज जताया है और सख्त कार्रवाई की मांग की है.
Jabalpur News: मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (IGNTU) में सिक्योरिटी गार्ड द्वारा केरल के छात्रों से मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, त्रिवेंद्रम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ट्वीट से छात्रों के साथ मारपीट करने वाले सुरक्षाकर्मियों पर कार्यवाही की मांग की है. इस मामले में केरल के 5 सांसदों ने भी विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर घटना पर कड़ा एतराज जताया है. वहीं, अनूपपुर एसपी जितेंद्र सिंह पंवार के मुताबिक स्टूडेंट की तरफ से एफआईआर दर्ज हो गई है. सुरक्षाकर्मियों की तरफ से भी शिकायत की गई है, जिसकी जांच की जा रही है.
दरअसल, अनूपपुर जिले के अमरकंटक में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय सुरक्षा गार्डों और छात्रों के बीच हुई मारपीट को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में है. बताया जाता है कि 10 मार्च को विश्विद्यालय में केरल के रहने वाले एमएसडब्ल्यू के छात्र नसील, बीए के छात्र आदिल, एमए के छात्र अभिषेक और एमएससी जूलॉजी के छात्र अदनान द्वारा पानी सप्लाई टंकी के ऊपर चढ़कर सेल्फी ली जा रही थी. तभी वहां के सुरक्षाकर्मी रामेश्वरम द्वारा उन्हें टंकी से नीचे उतरने को कहा गया. छात्र जब नीचे आ गए तो सिक्योरिटी गार्ड ने उनसे परिचय पत्र मांगा. इस दौरान छात्रों व सुरक्षाकर्मी के बीच वाद-विवाद होने लगा. विवाद इतना बढ़ गया कि उनमें धक्का-मुक्की और मारपीट होने लगी. इस मारपीट में छात्रों व सुरक्षाकर्मी दोनो को चोटें आई, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया. इस मामले की शिकायत छात्रों ने अमरकंटक थाने में की. उनकी शिकायत पर अमरकंटक पुलिस ने सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ मारपीट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया. वहीं, सुरक्षा कर्मियों की शिकायत पर पुलिस जांच कर रही है.
यहां बता दें कि विश्वविद्यालय में हुई इस घटना ने तब तूल पकड़ लिया, जब केरल से सांसद और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसका जिक्र करते हुए पुलिस एवं प्रशासन से दोषियों पर कार्यवाही की मांग की. उन्होंने लिखा कि, 'मध्य प्रदेश के अमरकंटक में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में कथित रूप से विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों द्वारा केरल के चार छात्रों पर हुए क्रूर हमले के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. यह शर्मनाक और पूरी तरह अस्वीकार्य है. मैं विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एकजुटता से खड़ा हूं और गंभीर चोटों के कारण अस्पताल में भर्ती पीड़ितों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं. दोषियों को न्याय दिलाने के लिए इस घटना की त्वरित और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.'
इसके साथ ही केरल के मुख्यमंत्री पीनाराई विजयन ने भी ट्वीट करके घटना की निंदा की और दोषी सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की बात कही. उन्होंने लिखा कि, '@IGNTU में केरल के छात्रों पर हमले भयावह हैं और हमारे देश में पहचान के आधार पर नागरिकों के प्रति बढ़ती दुश्मनी का विरोध करने की आवश्यकता हैं. विश्वविद्यालय को दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए और परिसर में सभी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए.'
Attacks on Keralite students at @IGNTU are appalling & highlight the need to resist the growing hostility towards individuals based on their identities in our country. The university must take prompt action against the culprits & ensure the safety of all the students on campus.
— Pinarayi Vijayan (@pinarayivijayan) March 12, 2023
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीटर पर लिखा कि, 'विश्वविद्यालय परिसर के भीतर एक अनजाने और मामूली अपराध के लिए छात्रों के खिलाफ इस तरह की क्रूरता के बारे में जानकर स्तब्ध हूं. मैं जनजातीय विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एकजुटता से खड़ा हूं और उन लोगों से पूरी जवाबदेही की मांग करता हूं जिन्होंने प्रशासन की मिलीभगत से ऐसा राक्षसी व्यवहार किया.'
Shocked to learn of such brutality against students for an inadvertent and trivial offence within their own university precincts. I stand on solidarity with the Tribal University students & demand full accountability from those who behaved so monstrously with admin’s complicity pic.twitter.com/2E5NfvhGxL
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 11, 2023
वहीं,इस मामले में केरल के दो लोकसभा व तीन राज्यसभा सांसदों ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रकाश मणि को पत्र लिख कर दोषी सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है. अमरकंटक जनजातीय विश्वविद्यालय पीआरओ विजय दीक्षित ने एक बयान में कहा है कि मामला कुलपति के संज्ञान में आने के बाद कार्यवाही की प्रक्रिया जारी है. इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे ल,उनके खिलाफ़ कार्यवाही की जाएगी.
पुलिस द्वारा प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि 10 मार्च 2023 को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में शाम 6:30 से 7:00 के बीच छात्रावास के चार लड़के यूनिवर्सिटी स्थित पानी की टंकी में अपना वीडियो बनाने के लिए चढ़े थे. उन्हें देखकर ड्यूटी में तैनात सुरक्षा गार्ड के द्वारा नीचे उतरने के लिए कहा गया. जिस पर टंकी पर चढ़े चारों छात्र नीचे उतर आए.सुरक्षा गार्ड के द्वारा चारों छात्रों से अपने आईडी कार्ड प्रस्तुत करने हेतु कहा गया, जिस पर छात्रों ने अपना आईडी कार्ड प्रस्तुत नहीं किया. इसी बात पर दोनों पक्षों के मध्य वाद-विवाद की स्थिति निर्मित हो गई. छात्रों तथा सुरक्षा गार्ड रामेश्वर मांझी, सुरक्षा सुपरवाइजर वीरेंद्र सिंह एवं छविलाल मेहरा के मध्य गाली-गलौज, धक्का-मुक्की तथा मारपीट की घटना घटित हुई. घटना के उपरांत चारों छात्रों का मेडिकल परीक्षण कराया गया, उनकी हालत सामान्य है. छात्रों के मेडिकल परीक्षण एवं कथनों के आधार पर थाना अमरकंटक में अपराध क्रमांक 56/2023, धारा 294,323,506, 34 भारतीय दंड विधान के तहत सुरक्षा गार्ड रामेश्वर मांझी, सुरक्षा सुपरवाइजर छविलाल मेहरा एवम वीरेंद्र सिंह के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है. आवेदक छात्रों की रिपोर्ट पर पुलिस के द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए समुचित वैधानिक कार्यवाही की गई है.
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