राहुल गांधी की भगवान राम से तुलना कर विवादों में आए सलमान खुर्शीद, खंडवा SP से FIR दर्ज करने की उठी मांग
FIR Demand Against Salman Khurshid: वकील ने कहा कि सलमान खुर्शीद ने राहुल गांधी को योगी, तपस्वी और सुपर ह्यूमन की संज्ञा देते हुए श्रीराम से उनकी तुलना की. खंडवा में FIR दर्ज करने की मांग की गई है.
MP News: राहुल गांधी की भगवान राम से तुलना करने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद (Congress leader Salman Khurshid) विवादों में आ गए हैं. खंडवा में वकील ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. वकील देवेंद्र यादव का कहना है कि सलमान खुर्शीद ने भगवान राम से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तुलना कर करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है.
देवेंद्र यादव ने ज्ञापन में लिखा है कि 26 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद सर्किट हाउस पहुंचे सलमान खुर्शीद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तुलना जन जन आराध्य भगवान श्रीराम से की. उन्होंने राहुल गांधी को अलौकिक और तपस्वी बताते हुए कांग्रेसियों की तुलना भरत से करते हुए कहा कि, भगवान राम हर जगह नहीं जा सकते जबकि उनकी खड़ाऊ बहुत दूर तक जाती है. उनकी खड़ाऊ लेकर हम (कांग्रेसी) चल रहे हैं. खड़ाऊ उत्तर प्रदेश आ चुकी है, तो राम जी भी आ ही जाएंगे. बता दें कि विधायक कुणाल चौधरी भी राहुल गांधी की तुलना भगवान राम से कर चुके हैं.
बयान देकर बुरे फंसे कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद
शिकायतकर्ता ने कहा कि सलमान खुर्शीद ने राहुल गांधी को योगी, तपस्वी और सुपर ह्युमेन की संज्ञा देते हुए भगवान श्रीराम से तुलना की. उन्होंने लाखों राम भक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत करते हुए विद्वेष फैलाने का जान बूझकर काम किया है. देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि सलमान खुर्शीद की किताब में आईएसआईएस और बोको हरम जैसे आतंकवादी संगठनों की तुलना हिन्दुत्व से की थी और आज करोड़ों के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम से की है.
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— Shaikh Shakeel (@ShakeelABP) December 28, 2022
राहुल की भगवान राम से तुलना करना पड़ा महंगा
उनका कहना है कि भगवान श्रीराम का जन्म आज से 8,80,100 वर्ष पूर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र और कर्क लग्न में हुआ था. ऐसे दिव्य अलौकिक और जन जन के आराध्य ईश्वर स्वरूप मर्यादा पुरुषोत्तम से किसी सामान्य व्यक्ति की करना बेहद आपत्तिजनक और निंदनीय है. उनका बयान वर्ग विशेष की आध्यात्मिक भावनाओं को जानबूझकर ठेस पहुंचाने और अपमानित करने का दुस्साहसिक कृत्य है.