Lumpy Skin Disease: गौवंश में फैल रही बीमारी लंपी स्कीन बीमारी अब धीरे-धीरे देश के हर हिस्से में पांव पसार रहा है. मध्य प्रदेश के खंडवा (Khandwa) में लंपी वायरस के बढ़ते प्रकोप के बाद पशुपालकों में चिंता की लहर है. जिले में अब तक लंपी वायरस से सरकारी आंकड़ों के अनुसार 17 पशुओं की मौत हो चुकी है. वहीं अब इस बीमारी से लड़ने के लिए पशुपालकों और गौशालाओं समितियों ने अपने स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं.
97 वर्ष पुरानी है श्री गणेश गौशाला
शहर की लगभग 97 वर्ष पुरानी श्री गणेश गौशाला में गौवंश को लंपी वायरस के संक्रमण से बचाने की कवायद शुरू कर दी है. यहां गायों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक एंटीबायोटिक लड्डू बनाए जा रहे हैं, जो एक दिन के अंतराल पर गायों को खिलाए जाएंगे.
गौशाला समिति के सचिव रामचंद्र मौर्य और सहयोगी भूपेंद्र चौहान ने बताया कि सरकार के सहयोग से गौशाला के गौवंश का टीकाकरण हो गया. जिस तरह कोरोना काल में लोगो ने आयुर्वेदिक उपायों से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर खुद को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के प्रयास किए. उसी तरह हम सभी गौशाला के 400 से अधिक गौवंश को सुरक्षित रखने के लिए लड्डू बना रहे हैं.
इस गौशाला में 400 गायें हैं
यह औषधिय लड्डू एक दिन के अंतराल से गौवंश को खिलाए जायेंगे. इससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और उन्हें लंपी वायरस के प्रकोप से बचाने में सहायता मिलेगी. उन्होंन कहा कि मनुष्य अपनी समस्या बोलकर बता सकता है, लेकिन गौवंश की समस्या को हमे अंतर्मन से समझना होगा और उसका निराकरण करना होगा. खंडवा की इस श्री गणेश गौशाला में 400 से अधिक गौवंश हैं और सभी का वैक्सीनेशन भी चुका है.