Khandwa News: खंडवा जिले के गेलगांव रैय्यत पंचायत के कर्मचारियों ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. इस मामले में पंचायत कर्मचारी ने आत्मघाती कदम उठाने से पहले वीडियो बनाया. इस वीडियो में जनपद पंचायत पुनासा की मुख्य कार्यपालिका अधिकारी रीना चौहान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और सीईओ को ही मौत का जिम्मेदार भी ठहराया.


दरअसल गुलगांव रैय्यत पंचायत का सहायक सचिव गजेंद्र सिंह राठौड़ पुराना वेतन नहीं मिलने से परेशान चल रहा था. इसी के चलते उसके द्वारा कई बार लिखित और मौखिक शिकायत भी की गई. हालांकि उसके वेतन संबंधी प्रकरण का निराकरण नहीं हुआ. इसी के चलते उसने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली.




इस घटना के पहले गजेंद्र सिंह राठौड़ ने एक वीडियो बनाया जिसमें उसने कहा कि उससे जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीना चौहान द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है. उसने कार्यपालन अधिकारी पुनासा पर गंभीर आरोप लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. अब इस वीडियो को लेकर कांग्रेस नेता सोशल मीडिया पर सरकार को घर रहे हैं.


जीतू पटवारी और उमंग सिंघार ने लगाया आरोप 


इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार पर आरोप लगाया है. दोनों नेताओं ने कहा है कि मध्य प्रदेश में बिना भ्रष्टाचार के कोई काम नहीं हो रहा है. अब तो भ्रष्टाचार के कारण कर्मचारियों को आत्महत्या तक करना पड़ रही है. ऐसे में सरकार को मध्य प्रदेश के कर्मचारियों क की रक्षा करना चाहिए. मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार पर लगाम कसना जरूरी है, ताकि लोगों की जान बचाई जा सके.


जनपद पंचायत सीईओ ने दी सफाई


जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीना चौहान ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि पंचायत के सहायक सचिव का आरोप सरासर गलत है. वेतन प्रकरण संबंधी वे जो मांग उठा रहे थे वह उनके आने से पहले की थी. पंचायत सचिव लगातार अनुपस्थित रहे. इसके बावजूद में वेतन रिलीज करने का बोल रहे थे. उनके द्वारा किसी प्रकार की कोई रिश्वत नहीं मांगी गई है. उन पर सरासर गलत आरोप लगाए गए हैं.


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