Khargone Accident: खरगोन बस हादसे पर सिंधिया समर्थक मंत्री और प्रभारी मंत्री आमने-सामने! जानें- किसने क्या कहा?
MP News: दुर्घटना चाहे किसी भी राज्य में हो सरकार की तरफ से एक जैसे बयान आते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के खरगोन हादसे को लेकर दो मंत्री अलग-अलग तथ्य पेश कर रहे हैं.
Khargone Accident: खरगोन (Khargone) में हुई बस दुर्घटना को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) समर्थक परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत (Govind Singh Rajput) और जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel) के बयानों में विरोधाभास देखने को मिला. परिवहन मंत्री ने कहा कि बस में 35 यात्री सवार थे तो कमल पटेल ने कहा कि बस में 70 लोग सवार थे. इस विरोधाभासी बयान को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
खरगोन में हुए बस हादसे में अभी तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने भी इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि आरटीओ की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है. इसी के चलते आरटीओ निलंबित कर दिया गया है. जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों से तीन दिन में रिपोर्ट मंगवाई गई है. उन्होंने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो आरटीओ को बर्खास्त भी किया जाएगा. दूसरी तरफ हादसे के बाद परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का बयान सामने आया है. उनका कहना है कि बस का फिटनेस, बीमा और सभी दस्तावेज पूरे थे. इसके अलावा बस में 35 लोग सवार थे जो कि नियमानुसार सही था.
कलेक्टर और एसपी को लगाई फटकार, दिया अल्टीमेटम
प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने हेलीपैड कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को फटकार लगाते हुए कहा कि उनकी अनुमति के बिना परिंदा भी पर नहीं मार सकता है फिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे सामने आ गई ? उन्होंने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर 3 दिन में दोषियों की रिपोर्ट सामने नहीं आई तो फिर बड़े प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई निश्चित है.
इस अल्टीमेटम के बाद प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. उधर, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिवार वालों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार देने की घोषणा की है. प्रभारी मंत्री कमल पटेल के मुताबिक घायलों का पूरा इलाज भी सरकार करवाएगी.
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