Khargone News: खरगोन (Khargone ) जिले के मंडलेश्वर थाना क्षेत्र के चोली गांव में गणेश मंदिर परिसर में घायल अवस्था में एक उल्लू मिला. ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची ईको वेलफेयर सोसायटी की टीम ने उसको रेस्क्यू कर वन विभाग के सुपुर्द किया. बताया जा रहा है कि उल्लू के पंख पर चोट लगने से वो उड़ नही पा रहा था. मंडलेश्वर वन विभाग ने अभिरक्षा में लेकर उल्लू का पशु चिकित्सकों से इलाज कराया. अब उल्लू की जान खतरे से बहार बताई जा रही है.
उल्लू ईगल आउल प्रजाति का बताया जा रहा है. इसका वजन करीब डेढ़ किलो है. उल्लू को बाएं पंख में चोट लगी है. वन विभाग की टीम जांच कर रही है कि उल्लू को ये चोट कैसे लगी. वन विभाग की रेंजर शिल्पी जायसवाल ने बताया की घायल उल्लू का इलाज कराया गया है. फिलहाल उसे वन परिक्षेत्र कार्यालय में रखा गया है. उल्लू के खाने पीने की भी व्यवस्था की गई है. उल्लू स्वस्थ होकर जब उड़ने लगेगा तब जंगल में छोड़ दिया जाएगा.
ईगल आउल प्रजाति का है उल्लू
वहीं ईको वेलफेयर सोसायटी के महादेव पटेल ने बताया गांव के कृष्णा ठाकुर ने सूचना दी थी की यहां के गणेश मंदिर के पीछे एक उल्लू घायल अवस्था में बैठा है. सूचना मिलते ही सदस्यों द्वारा उल्लू का रेस्क्यू किया गया. वो ईगल आउल प्रजाति का है. उसके बाएं पंख में चोट लगी है. रेस्क्यू कर उल्लू को वन विभाग के सुपुर्द किया गया है. मंडलेश्वर में पशु चिकित्सक डॉक्टर पटेल ने उल्लू का इलाज किया है. 20 से 24 घन्टे में उल्लू ठीक होकर फिर उड़ने लगेगा.
वहीं ग्रामीणों के अनुसार गांव के गौरी-सोमनाथ मंदिर के ऊपर बरसों से बड़े आकार का उल्लू रह रहा है. जिसके साथ उसका परिवार भी देखा जाता है. संभवतः यह उल्लू उसी परिवार का है. ग्रामीणों ने मांग की है कि उल्लू के ठीक होने पर उसे पुनः इसी क्षेत्र में ही छोड़ा जाए. जिससे वह अपने परिवार से दूर न हो.