Habibganj Railway Station History: इतिहास में पहले भी कई शहरों या स्थानों के नाम बदले हैं लेकिन पिछले कुछ सालों में जिस तरह से उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने नाम बदलने का सिलसिला शुरू किया है, उसके बाद दूसरे राज्यों में भी खूब मांग होने लगी है. अब ऐसी ही एक मांग मध्य प्रदेश में हो रही है.
दरअसल, मध्य प्रदेश के भोपाल में स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मांग की जा रही है. ये मांग कोई और नहीं बल्कि बीजेपी के नेता कर रहे हैं. इस मौके पर आइये सबसे पहले हबीबगंज रेलवे स्टेशन का इतिहास जानते हैं.
हबीबगंज रेलेव स्टेशन का इतिहास
हबीबगंज स्टेशन का निर्माण अंग्रेजों ने करवाया था. तब इसका नाम शाहपुर था. लेकिन साल 1979 में रेलवे ने इस स्टेशन का विस्तार किया और नाम हबीबगंज रखा गया. उस समय एमपी नगर का नाम गंज हुआ करता था, दोनों को जोड़कर हबीबगंज रखा गया था. हबीबगंज का नाम भोपाल के नवाब हबीब मियां के नाम पर है. हबीब मियां ने 1979 में स्टेशन के विस्तार के लिए अपनी जमीन दान में दी थी. इसी वजह से इसका नाम हबीबगंज पड़ा था. आईएसओ प्रमाण पत्र वाला ये वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन चारों तरफ की सुंदरता से घिरा हुआ है.
हबीबगंज के लिए साल 2016 में एक बड़ा फैसला लिया गया था. भारतीय रेलवे ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत हबीबगंज स्टेशन के मॉडर्नाइजेशन के लिए पहला कॉन्ट्रेक्ट किया. हबीबगंज स्टेशन के मॉडर्नाइजेशन का काम करीब 5 सालों बाद जुलाई 2021 में पूरा हुआ. इसमें लगभग 100 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.
हबीबगंज रेलवे स्टेशन की खास बातें...
- सौर ऊर्चा से चलेगा हबीबगंज स्टेशन
- हबीबगंज जैसी सेफ्टी, सिक्योरिटी और अन्य सुविधाएं कहीं नहीं
- दिव्यांगों के हिसाब से बना है रैंप, लिफ्ट, टॉयलेट, पानी के नल और पार्किंग एरिया
- हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर 1100 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था
- हबीबगंज स्टेशन पर 162 हाई रिजोल्यूशन कैमरे
- आग बुझाने के लिए सीएफसी से मुक्त एचवीएसी, अग्निशामक और सप्रेसन सिस्टम
- हबीबगंज स्टेशन का पूरा परिसर LED से लैस
- यात्रियों के लिए रेस्टोरेंट, एसी रूम, एसी लाउंज और सुविधासंपन्न रिटायरिंग रूम
आपको बता दें कि हबीबगंज रेलवे स्टेशन के वर्ल्ड क्लास लुक का 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुभारंभ करने वाले हैं. इसी मौके को देखते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता जयभान सिंह पवैया ने हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने की मांग की है. साथ ही भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने भी नाम बदलने की अपील की है. पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रभात झा ने सबसे पहले हबीबगंज स्टेशन का नाम बदलने की मांग की थी. दरअसल हबीबगंज स्टेशन का नाम बदलने को लेकर प्रस्ताव भी राज्यसभा में दिया गया है. मध्य प्रदेश सरकार भी अपना प्रपोजल भेज चुकी है, हालांकि स्टेशन का नाम गृह मंत्रालय बदलेगा. अब ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल है कि 15 नवंबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल आएंगे तो क्या वे स्टेशन का नाम बदलने की घोषणा करेंगे.