Rojgar Setu Yojana 2022: कोरोना संकट में देश में लाखों मजदूरों को विस्थापित होना पड़ा था. मध्य प्रदेश में भी लाखों प्रवासी मजदूर लौटकर अपने घर आए थे. ऐसे तमाम मजदूरों के सामने सबसे बड़ी समस्या फिर से रोजगार हासिल करने की थी. इसी समस्या के समाधान के लिए शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने विशेष योजना की शुरुआत की है. जिसका नाम रोजगार सेतु योजना है इस योजाना के तहत ऐसे ही प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने की मुहिम चलाई जा रही है. जिसमें श्रमिकों की स्किल मैपिंग करके उन्हें उनकी योग्यता और क्षमता के मुताबिक सरकार काम मुहैया कराती है.


श्रमिकों को देनी होगी ये जानकारी


इस योजना के लिए प्रदेश के अंदर श्रमिकों का एक डाटाबेस तैयार किया जा रहा है. जिसके तहत मजदूरों का उनके स्किल्स के आधार पर वर्गीकरण कर डाटा तैयार किया जा रहा है. ये पंचायत, वार्ड और क्षेत्र के आधार पर डाटा इकट्ठा किया जा रहा है. प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने के लिए उनकी शैक्षणिक योग्यता, प्रैक्टिकल अनुभव और वर्क एक्सपीरियंस के आधार पर पोर्टल पर जानकारी दर्ज की जाती है. जिसके बाद अगर उन्हें किसी तरह की टेक्निकल ट्रेनिंग की जरूरत है तो वो भी दी जाती है. साथ ही मनरेगा से जोड़कर श्रमिकों को उनके गांवों में ही रोजगार उपलब्ध कराने की कोशिश की जाती है.


In Pics: ये हैं मध्य प्रदेश के 10 प्राचीन और फेमस फोर्ट्स, जिनकी खूबसूरती मोह लेगी आपका मन


योजना की खास बातें


इस योजना के लिए सिर्फ मध्य प्रदेश के प्रवासी श्रमिक ही पात्र हो सकते हैं.


मुख्यमंत्री रोजगार सेतु योजना में मनरेगा में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा.


इस योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए रोजगार सेतु योजना ऑनलाइन एप्लीकेशन करनी होगी.


आवेदनकर्ता के पास श्रमिक कार्ड या समग्र आईडी कार्ड का होना भी जरूरी है.


कैसे करें आवेदन ?


इस योजना के तहत आवेदन के लिए मुख्यमंत्री प्रवासी श्रमिक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. जिन श्रमिकों के पास श्रमिक कार्ड नहीं है पोर्टल पर जाकर आईडी जनरेट कर सकते हैं. इसमें पात्र मजदूरों से निर्धारित सर्वे फार्म अपलोड किए जाएंगे. ग्राम पंचायत के सचिव और शहरी इलाकों में वार्ड प्रभारी आवेदक की रजिस्ट्रेशन में मदद करेंगे.


Devi Temples in MP: नवरात्रि में एमपी के देवी मंदिरों में लगती है भक्तों की भारी भीड़, जानिए क्या है मान्यता