Ladli Lakshmi Yojana Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश सरकार राज्य में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है. इसी क्रम में एमपी सरकार लाडली लक्ष्मी योजना चलाती है. इस योजना के तहत राज्य की बेटियों को कॉलेज शिक्षा के लिए 25 हजार रुपए की सहायता प्रदान की जाती है. साथ ही बालिकाओं की पढ़ाई का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाती है. पिछले दिनों राज्य सरकार ने इस योजना की लॉन्चिंग के दौरान बेटियों की शिक्षा को लेकर कई बड़े ऐलान किए थे. मध्य प्रदेश सरकार ने लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 का ऐलान करते हुए कहा था कि राज्य की बेटियों की पढ़ाई की फीस का पूरा खर्च भी सरकार उठाएगी.
इसके साथ ही प्रदेश में मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करने वाली छात्राओं के लिए राज्य सरकार की तरफ से राज्य की उन छात्राओं की फीस भरेगी जो मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेती हैं. योजना के तहत सरकार ने लाडली लक्ष्मी बैंक खोला है और लाडली ई-संवाद एप लांच भी किया गया है.
किसे मिलता है लाभ
- लाडली लक्ष्मी योजना के तहत राज्य के बेटियों को कई लाभ दिए जाएंगे.
- लाडली लक्ष्मी योजना के तहत बेटियों के नाम से पंजीकरण के समय से लगातार पांच वर्षों तक 6-6 हजार रुपए की राशि दी जाएगी.
- इस योजना के तहत बेटियों को कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर करीब 2000 रुपए की राशि दी जाती है.
- जब बेटी कक्षा 9वीं में प्रवेश लेती है तो सरकार की ओर से 4000 रुपए की राशि दी जाती है.
- कक्षा 11वीं और 12वीं में प्रवेश लेने पर बेटियों को 6000 रुपए की राशि प्रदान की जाती है.
- इसके अलावा योजना के तहत अंतिम भुगतान 1 लाख रुपए बालिका की आयु 21 वर्ष होने पर तथा कक्षा 12 वीं परीक्षा में सम्मिलित होने पर भुगतान की जाएगी लेकिन शर्त यह होगी कि बालिका की शादी 18 वर्ष की आयु के पहले नहीं हुई हो.
जरूरी दस्तावेज
- लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ उन्हीं बेटियों को मिलेगा जिनके माता-पिता मध्य प्रदेश के मूल निवासी हैं.
- इस योजना का लाभ उन परिवार की बेटियों को मिलेगा जिनके माता-पिता इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आते हों यानि आयकर दाता नहीं हों.
- इस योजना के तहत एक ही परिवार की कम से कम दो बेटियां को इस योजना का लाभ दिया जाएगा.
- द्वितीय बालिका के प्रकरण में आवेदन करने से पहले माता या पिता ने परिवार नियोजन अपना लिया हो तभी दूसरी बालिका को योजना का लाभ दिया जाएगा.
- अगर आपके परिवार ने किसी अनाध बालिका को गोद लिया हो, तो भी आप उसे प्रथम बालिका मानते हुए योजना का लाभ ले सकते हैं पर आपके पास उस बालिका को गोद लेने का कोई प्रमाण होना चाहिए.
आवेदन कैसे करें?
योजना का लाभ लेने के इच्छुक उम्मीदवार जरुरी दस्तावेजों के साथ सीधे या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से परियोजना कार्यालय, लोक सेवा केंद्र या किसी भी इंटरनेट कैफे से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. प्रकरण स्वीकृति के लिए सभी दस्तावेजों का परीक्षण परियोजना कार्यालय से कराया जाना होगा. इसके बाद प्रकरण स्वीकृत या अस्वीकृत किया जा सकेगा. प्रकरण स्वीकृति के बाद बालिका के नाम से शासन की ओर से 1,18,000 रुपए का प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा.
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- माता-पिता का आधार कार्ड
- बालिका का जन्म प्रमाण-पत्र
- माता-पिता का पहचान पत्र
- माता-पिता या अभिभावक का आधार से लिंक मोबाइल नंबर
- बालिका का पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण हेतु बैंक पासबुक की कॉपी
- माता-पिता का मूल निवास प्रमाण-पत्र
- राशन कार्ड जिसमें माता-पिता या बालिका का नाम हो
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