Kubereshwar Dham: पंडित प्रदीप मिश्रा की शिक्षक से महाराज बनने की कहानी, कुबेरेश्वर धाम ने दिलाई पहचान
Pandit Pradeep Mishra Story: मध्यमवर्गीय परिवार से होने के कारण पंडित प्रदीप मिश्रा का बचपन अभावों में बीता लेकिन जब बड़े हुए तो उन्होंने स्कूल टीचिंग में अपने हाथ आजमाएं साथ ही पंडिताई भी करने लगे.
Rudraksh Mahotsav 2023: मध्य प्रदेश में इन दिनों सबसे अधिक चर्चित स्थल अगर कोई है तो उनमें कुबेरेश्वर धाम का नाम सबसे पहले आता है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे सीहोर जिले के निकट चितावली हेमा ग्राम में कुबेरेश्वर धाम का निर्माण पंडित प्रदीप मिश्रा के नेतृत्व में किया गया है. जोकि अपने रुद्राक्ष वितरण के लिए देशभर में विख्यात हो गया है आज पंडित प्रदीप मिश्रा का नाम देशभर के प्रख्यात कथावाचकओ में गिना जाता है.
एबीपी संवाददाता ने उनसे जुड़े जीवन के किस्सों को जब जानने की कोशिश की तो पता चला पंडित प्रदीप मिश्रा निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से आते थे. जिनके पिता किसी समय में चने का ठेला लगाया करते थे. लेकिन समय ऐसा बदला कि आज भी देश के नामचीन कथावाचक हैं बीते 10 से 15 साल पहले पंडित प्रदीप मिश्रा प्राइवेट स्कूल में शिक्षक की भूमिका में थे और आसपास के मोहल्लों में कर्मकांडी पंडित की भूमिका भी निभाते थे. लेकिन आज समय का चक्र ऐसा बदला ई कुबेर का खजाना स्वयं उनके पास कुबेरेश्वर धाम में आकर खड़ा हो गया है.
पहले करते थी टीचिंग
16 फरवरी से लेकर 22 फरवरी तक कुबेरेश्वर धाम में शिव महापुराण कथा एवं रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन चल रहा है. जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु बना रहे हैं, सूत्रों की मानें तो श्रद्धालुओं का पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा दिए जाने वाले रुद्राक्ष में अटूट विश्वास है जिसके चलते देश के कोने कोने से कुबेरेश्वर धाम पहुंचते हैं, निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से होने के कारण पंडित प्रदीप मिश्रा का बचपन अभावों में बीता लेकिन जब बड़े हुए तो उन्होंने स्कूल टीचिंग में अपने हाथ आजमाएं साथ ही पंडिताई भी करने लगे.
उन्होंने ही एक बार अपने अपनी कथा के दौरान कहा था सबसे पहले उन्होंने कथा सीहोर की एक महिला गीताबाई पाराशर के लिए की थी, जिन्होंने उन्हें पहले गुरु दीक्षा लेने का मार्ग बताया था. इसके बाद उन्होंने इंदौर पहुंचकर वैष्णव पंथ से दीक्षा ग्रहण की और गुरु का ही आशीर्वाद है कि वह आज इस मुकाम पर है.
कथा का लेते हैं 20 से 40 लाख
सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में पंडित प्रदीप मिश्रा देश के जाने माने और महंगे कथा वाचकओ में से एक हैं. 20 लाख से लेकर 40 लाख तक उनकी दक्षिणा कथा के रूप में बुकिंग होती है और इसके अलावा बड़ी मात्रा में दान कुबेरेश्वर धाम के लिए भी प्राप्त होता है कुबेरेश्वर धाम के दौरान उनके द्वारा बताए गए उपाय सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए जिसके चलते उन्हें लगातार सुर्खियां मिलती रही और जब वे आस्था चैनल से जुड़े उनकी लोकप्रियता पूरे देश भर में फैल गई और आज स्थिति यह है कि वह देश के जाने-माने कथा वाचकों में स्थान बनाए हुए हैं और वर्तमान में रुद्राक्ष महोत्सव की घटनाओं के चलते मीडिया की सुर्खियों में है.
ये भी पढ़ें