Bhopal News: मध्यप्रदेश के सीहोर जिला मुख्यालय पर 16 फरवरी से 22 फरवरी तक चले रुद्राक्ष महोत्सव में फैली अव्यवस्थाओं का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब इंदौर(Indore) के एक मां-बेटे ने सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के नाम एक करोड़ रुपए हर्जाने का नोटिस भेजा है. मां-बेटे का आरोप है कि 16 फरवरी को रुद्राक्ष महोत्सव में आई भीड़ की वजह से हाईवे पर लगे जाम के कारण 20 घंटे भूखे प्यासे ही परेशान होना पड़ा था. इंदौर निवासी मां-बेटे ने वकील के माध्यम से हर्जाने का नोटिस दिया है. 


रुद्राक्ष महोत्सव के चलते लगा था लम्बा जाम
बता दें कि राजधानी भोपाल के नजदीक सीहोर जिला मुख्यालय पर सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा ने चितावलिया हेमा गांव स्थित कुबेश्वर धाम पर रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन कराया था. यह आयोजन 16 फरवरी से 22 फरवरी तक चला था. आयोजन पहले ही दिन से अव्यवस्थाओं की चपेट में आ गया था. 16 फरवरी को लाखों की तादाद में श्रद्धालु आ पहुंचे थे, जिससे इंदौर-भोपाल हाईवे पूरी तरह से जाम हो गया था. चंद किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए लोगों को 9 से 10 घंटे तक इंतजार करना पड़ा था. इंदौर-भोपाल हाईवे पर करीब 30 किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया था. इस जाम में हजारों लोग फंसे रहे.


उपभोक्ता फोरम के केस में नहीं जा पाए
16 फरवरी को इंदौर-भोपाल फोरलेन पर लगे जाम में इंदौर(Indore) निवासी शुभम शर्मा और उनकी मां भी फंसे रहे थे, जबकि शुभम शर्मा व उनकी मां को भोपाल राज्य उपभोक्ता फोरम के केस के लिए पहुंचा था, जिसके लिए वे सुबह छह बजे इंदौर से निकले थे, लेकिन जाम की वजह से वह नहीं पहुंच सके. इस परेशानी के लिए शुभम शर्मा ने अधिवक्ता आनंद सोसरिया के माध्यम से सीहोर वाले पंडित प्रदीप सहित अन्य को एक करोड़ रुपए हर्जाने का नोटिस भेजा है.


प्रताड़ित हुए मेरे पक्षकार
अधिवक्ता आनंद सोसरिया ने बताया कि उनके पक्षकार को करीब 20 घंटे से अधिक जाम में फंसे होने के कारण परेशान होने के साथ ही प्रताड़ना भी झेलना पड़ी, उन्हें तेज धूप में बहुत परेशानी हुई, इस कारण मां-बेटे ने पंडित प्रदीप मिश्रा सहित अन्य पर एक करोड़ रुपए का दावा किया है.