Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए सबसे शरारती चीता पवन को एक बार फिर से खुले जंगल में छोड़ दिया गया है. बार-बार कूनो अभ्यारण की सीमा लांगने की वजह से चीता पवन को दो महीने पहले बाड़े में रखा गया था. कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन के अनुसार अब खुले जंगल में चीतों की संख्या 10 हो गई है. 


दरअसल, नामीबिया से लाए गए चीता पवन (ओबान) को पहले 21 मार्च को खुले जंगल में छोड़ा गया था, लेकिन चीता पवन बार-बार कूनो अभ्यारण की सीमा लांघ रहा था. एक बार तो चीता पवन शिवपुरी के माधवन नेशनल पार्क को भी पार कर यूपी बार्डर तक पहुंच गया था. 


26 अप्रैल से है बाड़े में
बता दें कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन द्वारा चीता पवन को 21 मार्च को बड़े बाड़े से आजाद कर खुले जंगल में छोड़ा था, लेकिन बार-बार कूनो अभ्यारण की सीमा लांघने की वजह से 26 अप्रैल को बड़े बाड़े में ट्रैकुलाइज कर छोड़ा गया था, जिसे एक बार फिर से बाड़े से आजाद कर खुले जंगल में छोड़ा गया था है.


जंगल में चीतों की संख्या 10
कूनो डीएफओ पीके वर्मा के अनुसार नामीबिया से लाए गए चीता पवन को फिर से खुले जंगल में छोड़ दिया गया है. खुले जंगल में चीतों की संख्या अब फिर से 10 हो गई है. डीएफओ वर्मा के अनुसार सभी चीते स्वथ है और कूनो नेशनल पार्क की सीमा में ही विचरण कर रहे हैं. सभी चीतों की मॉनीटरिंग की जा रही है. 


चीता अग्नि-वायु भी बड़े बाड़े में
कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीते गौरव, शौर्य और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीते वायु, अग्नि में वर्चस्त को लेकर संघर्ष हो गया था. इस टकराव में चीता अग्नि घायल हुआ था. चीता अग्नि को चेहरे और सिर में चोट आईं थी. घायल चीता अग्नि का पालपुर स्थित वेटनरी अस्पताल में इलाज किया गया, जिसके बाद उसे वापस कूनो के बड़े बाड़े में ही छोड़ा गया. इधर चीता अग्नि और वायु के एक साथ रहने की वजह से प्रबंधन ने चीता वायु को भी बड़े बाड़े में ही छोड़ दिया है. कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन के अनुसार चीता अग्नि के स्वस्थ होते ही वायु और अग्नि को फिर से खुले जंगल में छोड़ दिया जाएगा.


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