Kuno National Park: चीता विशेषज्ञों की सलाह के बाद खुले जंगल में घूम रहे सभी चीतों को बाड़े में लाने का काम जारी है. 15 चीतों में से 13 चीते बाड़े में लाए जा चुके है, जबकि दो मादा चीता अब भी खुले जंगल में है. इनमें से मादा चीता निर्वा को टै्रंक्युलाइज करना काफी मुश्किल हो रहा है, क्योंकि निर्वा का रेडियो कॉलर खराब हो गया है. विशेषज्ञों की सलाह के बाद कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में मौजूद चीतों को संक्रमण से बचाने के लिए बारिश तक बाड़े में ही रखा जाएगा.
15 चीतों में से अब तक 13 चीतों को बाड़े में लाया जा चुका है. रेडियो कॉलर अनफिट होने की वजह से 6 चीतों के रेडियो कॉलर हटाए जा चुके हैं. कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन ने निर्णय लिया है कि जिन चीतों के रेडियो कॉलर हटाए जा रहे हैं, उन्हें बड़े बाड़े की जगह छोटे बाड़े में ही रखा जाएगा. पार्क प्रबंधन का मानना है कि रेडियो कॉलर नहीं होने की वजह से इनकी ट्रैकिंग में समस्या आएगी. रेडियो कॉलर नहीं होने की वजह से इन्हें बड़े बाड़े में ढूंढना मुश्किल हो जाएगा, इसलिए इन्हें छोटे बाड़े में ही रखा जाएगा.
मादा चीता को ढूंढना मुश्किल
वर्तमान में छह चीते छोटे बाड़े, जबकि रेडियो कॉलर लगे सात चीते बड़े बाड़े में है. इधर बाड़े में शिफ्ट किए जा रहे चीतों में एक मादा चीता प्रबंधन के लिए परेशानी का सबब बन गई है. मादा चीता निर्वा और धात्री अभी खुले जंगल में है. लेकिन मादा चीता निर्वा का रेडियो कॉलर खराब हो गया है, जिससे उसकी सेटेलाइट ट्रैकिंग नहीं हो पा रही है. हालांकि प्रबंधन का कहना है कि मादा चीता निर्वा पार्क की सीमा में ही है.
पूरी तरह से स्वस्थ हैं चीते
वहीं पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ भोपाल अमीसम श्रीवास्तव के अनुसार, कूनो नेशनल पार्क में 13 चीते पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं. दो चीते अभी खुले जंगल में हैं, इसलिए उनका स्वास्थ्य परीक्षण नहीं हो सका है. बाड़े में ही आते ही उनका भी स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा. मादा चीता निर्वा की ट्रैकिंग में दिक्कत आ रही है, लेकिन टीम लगातार लगी हुई है.