Kuno National Park: अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क आए चीतों की घूमते हुए पहली फोटो आई सामने, देखें तस्वीरें
MP News: पिछले महीने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव की मौजूदगी में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों को एमपी के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था.
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South Africa Cheetah in Kuno National Park: दक्षिण अफ्रीका से मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) लाए गए चीतों की घूमते हुए पहली तस्वीर सामने आ गई है. श्योपुर के कलेक्टर ने ये फोटो अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से शेयर की है.
दरअसल, पिछले महीने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों को एमपी के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था. इन 12 चीतों में सात नर और पांच मादा हैं. इसके साथ ही मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में चीतों की कुल संख्या अब 20 हो गई. इसके बाद कूनो में नर और मादा चीतों की संख्या बराबर हो गई है. बता दें कि अफ्रीका से आए इन 12 चीतों ने 60 घण्टे भूखे रहने के बाद भारत में इन्हें पहला भोजन दिया गया था.
#सुखद:
— Collector Sheopur (@Collectorsheop1) March 21, 2023
श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान के जंगल में दक्षिण अफ्रीका से आए चीतों के घूमने की पहली तस्वीर आई सामने
-@CMMadhyaPradesh @JansamparkMP @minforestmp pic.twitter.com/P0dAEY9ZBh
सितंबर में लाए गए 8 चीते
इससे पहले पिछले साल सितंबर में आठ चीते नामीबिया से लाए गए थे. इनमें पांच मादा और तीन नर चीते थे. नामिबिया से विशेष विमान से लाए गए चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर 17 सितंबर को उनके बाड़े में छोड़ा था.
1947 में हो गई थी आखिरी चीते की मौत
बता दे कि चीतों का अंतर-महाद्वीपीय स्थानान्तरण भारत सरकार के महत्वाकांक्षी परियोजना चीता पुनर्वास (प्रोजेक्ट चीता) कार्यक्रम का हिस्सा है. यह इस जानवर के भारत में विलुप्त होने के सात दशक बाद एक बार फिर से देश में बसाने का प्रोजेक्ट है. देश के आखिरी चीते की मृत्यु वर्तमान छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में 1947 में हुई थी. इस प्रजाति को भारत में 1952 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था.
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