Kuno National Park: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अफ्रीका से लाए जा रहे चीते (Cheetah) की निगरानी अब बंदूकधारी भूतपूर्व सैनिक करेंगे. इसके लिए कूनो पालपुर नेशनल पार्क (Kuno Palpur National Park) प्रबंधन ने जिला सैनिक कल्याण बोर्ड ग्वालियर (Gwalior) से 20 से अधिक भूतपूर्व सैनिकों की सेवाएं ली हैं. कूनो पालपुर नेशनल पार्क में 17 से अधिक ऐसे स्थान चिन्हित किए गए हैं कि बाहरी लोग पार्क में अंदर प्रवेश कर जाते थे. इन स्थानों पर अस्थाई रूप से चौकियां बना दी जाएंगी. इन चौकियों पर बंदूकधारी पूर्व सैनिक तैनात रहेंगे, जो इस पार्क में चीते की सुरक्षा के लिए बाहरी लोगों की निगरानी करेंगे.

 

इन चौकियों पर 5 पालियों में दिन और रात गश्त करने के लिए 20 से अधिक पूर्व सैनिकों की टीम बनाई जाएगी, जिनके पास बंदूकें भी होंगी. कूनो पालपुर नेशनल पार्क में चीते लाने की तैयारी पूर्ण हो गई है. सूत्रों द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि पार्क के अंदर एक हेलीपैड बनाने का काम चल रहा है. बताया जा रहा है कि संभवत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ सकते हैं और उनका हेलीकॉप्टर उतर सकता है. यह काम 5 सितंबर तक पूरा किया जाना था, लेकिन लगातार बारिश की वजह से देरी हो रही है.

 


 

चीते के बाड़े के नजदीक किया गया तेंदुए का शिकार

 

दूसरी तरफ चीते की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की जा रही है. गौरतलब है कि पिछले महीने चीते के बाड़े के नजदीक तेंदुए का शिकार किया गया है. इस मामले में वन विभाग की एसटीएफ ने श्योपुर के मराठा गांव के 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इसके बाद से चीता की सुरक्षा के प्रति अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है, इसलिए भी सुरक्षा व्यवस्था और सख्त की जा रही है.

 

ड्रोन कैमरे से भी होगी निगरानी

 

वहीं पार्क में अब चीते के बाड़े की निगरानी भी ड्रोन कैमरे से की जाएगी, क्योंकि घने जंगलों के बीच में कुछ ऐसे पथरीले रास्ते हैं, जहां से छुपते-छुपाते कोई भी बाड़े के पास पहुंच सकता है. ऐसे में ऊंचाई से नजर रखी जाएगी. पार्क में ड्रोन कैमरे की भी व्यवस्था की जा रही है, जो बाड़े के दौ सौ मीटर घेरे में निगरानी करेगा. कोई भी अनहोनी हलचल होती है तो तत्काल चौकी में लगे भूतपूर्व सैनिक पार्क के वरिष्ठ अधिकारी को सूचित किया जाएगा और पुलिस की भी सहायता ली जाएगी.